मुंबई, २९ जून (संवाददाता) : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने २९ जून को विधानसभा में राज्य के वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क तीर्थदर्शन कराने हेतु मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना आरंभ करने की घोषणा की । ‘राज्य के अनेक नागरिकों को आर्थिक समस्याओं के कारण भगवान के दर्शन करना संभव नहीं होता । ऐसे लोगों के लिए सरकार स्वयं प्रधानता लेकर मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के अंतर्गत देवतादर्शन कराएगी, ऐसा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्पष्ट किया । सरकार की इस योजना का लाभ राज्य के लाखों वयस्क लोगों को होगा ।
विधानसभा में शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने २९ जून को यह ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रखा था, उसका उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री ऐसा बोल रहे थे ।
‘ऑनलाइन’ आवेदन लेंगे !
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि महाराष्ट्र संतों की भूमि है तथा प्रतिवर्ष अनेक लोग तीर्थस्थलों को आते हैं । वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थस्थलों के दर्शन हो; इसके लिए तीर्थदर्शन योजना आरंभ की जानेवाली है । उसके लिए सर्वांगीण नीति तैयार कर उसकी नियमावली घोषित की जाएगी । इस योजना के अंतर्गत हिन्दू, बौद्ध, जैन, इसाई आदि सभी समुदाय के वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क तीर्थदर्शन कराए जाएंगे । प्रतिवर्ष रोटेशन पद्धति से (बारीबारी से) ५ से १० सहस्र वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क तीर्थयात्रा कराई जाएगी । सरकार इस विषय में बहुत ही सकारात्मक है । इस संबंध में सदन में हुई चर्चा में विधायक राम कदम, प्रकाश सुर्वे, श्रीमती देवयानी फरांदे, मनीषा चौधरी आदि विधायकों ने भाग लिया ।