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कोलकाता (बंगाल) – बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने कोलकाता उच्च न्यायालय में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी एवं तृणमूल काँग्रेस के कुछ नेताओं के विरुद्ध मानहानि का अभियोग प्रविष्ट किया है । देश में प्रथम बार किसी राज्यपाल द्वारा मुख्यमंत्री पर मानहानि का अभियोग प्रविष्ट हुआ है । राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री में अनेक दिनों से वाद-विवाद चल रहा है । कुछ महिलाओं ने आनंद बोस के विरुद्ध विनयभंग की शिकायत की है । इस विषय में ममता ने कहा, ‘‘महिलाओं ने मुझसे शिकायत की थी कि राजभवन के कामकाज के लिए वे वहां जाने से डरती हैं ।’’
First of its kind in the country, the Bengal Governor files defamation case against Chief Minister Mamata Banerjee.
Mamata Banerjee previously claimed ‘Women are afraid to go to the Raj Bhavan’.
‘This is a conspiracy to defame me.’ – Governor Ananda Bose.
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— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) June 29, 2024
२ मई को लोकसभा चुनावों के काल में राजभवन की एक अस्थायी महिला कर्मचारी ने राज्यपाल पर विनयभंग का आरोप किया था । ममता सरकार ने इस प्रकरण की जांच पुलिस को सौंपी थी; परंतु उसी समय राज्यपाल ने राजभवन में पुलिस के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया ।
दूसरे प्रकरण में देहली के एक पंचतारांकित होटल में एक ओडिसी पारंपरिक नृत्यांगना ने राज्यपाल बोस पर लैंगिक अत्याचार करने का आरोप किया था ।
मुझे अपकीर्त (बदनाम) करने का षड्यंत्र ! – राज्यपाल बोस
राज्यपाल ने ‘एक्स’पर की गई पोस्ट में उन पर लगाए आरोप अस्वीकार किए हैं । वे बोले, ‘यह मेरी अपकीर्ति करने का षड्यंत्र है । मुझ पर बेबुनियादी आरोप किए गए हैं । सत्य की विजय होगी । मैं झूठे आरोपों से नहीं घबराता । मेरी अपकीर्ति से कोई चुनावों में लाभ लेना चाहता है, तो भगवान उसका भला करे । मैं भ्रष्टाचार और हिंसाचार के विरुद्ध लडाई रोक नहीं सकता ।’’