नोबल पारितोषिक विजेता वित्त विशेषज्ञ अमर्त्य सेन का वक्तव्य !
नई देहली – नोबल पारितोषिक विजेता वित्त विशेषज्ञ अमर्त्य सेन ने वक्तव्य देते हुए कहा, ‘भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की कल्पना मुझे उचित नहीं लगती । भारत कोई हिन्दू राष्ट्र नहीं है, यह लोकसभा चुनावों के परिणामों से स्पष्ट हुआ है ।’ उन्होंने अपेक्षा व्यक्त करते हुए आगे कहा, ‘भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश में एक सर्वसमावेशक संविधान होते हुए हमारे नेताओं को राजनैतिक उदारतावाद दिखाना चाहिए ।’ वे प्रसारमाध्यमों से बोल रहे थे ।
'The idea of making India a Hindu Rashtra is unreasonable'- Nobel laureate Economist Amartya Sen's comment on Lok Sabha Results
👉 J!h@d!$ and fanatical Mu$|!m$ intend to make India an !$|@m!c nation; Has anyone heard Amartya Sen or other pseudo-intellectual raising a red flag… pic.twitter.com/wpel8l2unE
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) June 27, 2024
अमर्त्य सेन ने आगे कहा, ‘श्रीराममंदिर का निर्माण करने में बहुत ही व्यय हुआ है । इसके द्वारा भारत को हिन्दू राष्ट्र दिखाने का प्रयास किया गया । म. गांधी, रवींद्रनाथ टैगोर एवं नेताजी सुभाषचंद्र बोस के समय में भी ऐसा प्रयास कभी नहीं हुआ था । भारत की वास्तविक पहचान छुपाने का यह प्रयास था, उसमें परिवर्तन होना चाहिए । प्रत्येक चुनाव के उपरांत कुछ तो परिवर्तन होगा, ऐसी अपेक्षा हम करते हैं । पिछले कुछ चुनावों के उपरांत देश में क्या हुआ, यह हमने देखा है । कुछ नेताओं को कानूनी प्रक्रिया के अभाव में ही कारागृह में बंद किया जा रहा है । निर्धन एवं श्रीमंत के मध्य खाई बढती जा रही है । यह सब रोकना होगा ।’
संपादकीय भूमिका
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