Women Candidates Loksabha : पिछले चुनावों की तुलना में इस चुनाव में महिला सांसदों की संख्या ४ से अल्प हुई !

महिला उम्मीदवार कंगना राणावत और डिंपल यादव

नई देहली – लोकसभा चुनावों में देश में ७४ महिला उम्मीदवारों का विजय प्राप्त हुई है । पिछले अर्थात वर्ष २०१९ के लोकसभा चुनावों में ७८ महिला उम्मीदवारों ने विजय प्राप्त किया था । इसलिए इस बार महिला सांसदों की संख्या ४ से अल्प हुई है । कुल ५४३ सदस्यों की लोकसभा में चुनी गई महिलाओं की यह संख्या १३.६३ प्रतिशत होती है । मतदाता संघों की पुनर्रचना होने के पश्चात महिलाओं के लिए ३३ प्रतिशत सीटें आरक्षित रखी जाएगी । यह ध्यान में रखते हुए इस बार की महिला सदस्य संख्या निश्चित ही अत्यल्प है । विशेष बात यह है कि वर्ष १९५२ में हुए पहले लोकसभा चुनाव में मात्र २२ महिला सांसदों को चुना गया था ।

१. इस बार के लोकसभा चुनाव में १४ राजनीतिक दलों की महिला उम्मीदवारों ने विजय प्राप्त की है । इसमें भाजपा की ३१, कांग्रेस की १३, तृणमूल कांग्रेस की ११, समाजवादी पार्टी की ५, द्रविड मुनेत्र कडगम् की ३, लोक जनशक्ति पार्टी की २ और संयुक्त जनता दल की २ सांसद हैं । साथही ७ दलों की प्रत्येक की एक-एक महिला सांसद में चुनी गई हैं । चुने गए कुल सदस्यों में महिला सदस्यों की संख्या का अनुपात देखा जाए, तो तृणमूल कांग्रेस की ३७.९३ प्रतिशत, कांग्रेस की १३.१३ प्रतिशत, तो भाजपा की १२.९२ प्रतिशत महिला सांसद चुनी गई हैं ।

२. चुनी गई ७४ महिला सांसदों में से ४३ सदस्याएं पहली बार ही संसद में जानेवाली हैं । संसदीय सदस्यों की आयु का औसतन ५६ वर्ष है । कुल महिला सदस्यों की आयु का औसतन ५० वर्ष है । कुल महिला सदस्यों में से ७८ प्रतिशत महिलाओं ने पदव्युत्तर शिक्षा पूर्ण की है ।

महिला उम्मीदवारों की मात्रा

वर्ष २०२४ के लोकसभा चुनाव में कुल ८ सहस्र ३६० उम्मीदवार मैदान में थे । इसमें मात्र १० प्रतिशत महिला उम्मीदवार थीं । वर्ष १९५७ के दूसरे लोकसभा चुनाव में मात्र ३ प्रतिशत महिला उम्मीदवार मैदान में थीं । इस समय पहली बार ही चुनाव में महिला उम्मीदवारों की संख्या १० प्रतिशत से पार हुई है । पूरे देश में भाजपा के कुल उम्मीदवारों में १६ प्रतिशत महिलाएं थी । इसी प्रकार कांग्रेस की १३ प्रतिशत महिला उम्मीदवार मैदान में थीं ।