श्री गणपति विसर्जन के संदर्भ में हमें यह जानकारी है कया ? 

पूजा के कारण मूर्ति में आया चैतन्य बहते पानी में मूर्ति का विसर्जन करने से पानी द्वारा दूर-दूर तक पहुंचता है । कुंड का पानी बहता हुआ न होने के कारण इन आध्यात्मिक लाभों से श्रद्धालु वंचित रहते हैं ।

उत्तरप्रदेश के चंदौली में श्री गणेशमूर्ति विसर्जन के समय मुसलमानों द्वारा पत्थर फेंके गए

हिन्दुओं की फेरी पर आक्रमण कर उन्हें कष्ट देने का विचार भी अल्पसंख्यकों के मन में न आए, इतना डर पुलिस निर्माण करेगी क्या ?

श्री गणेश मूर्ति का विसर्जन बहते पानी में करें !

अध्यात्मशास्त्रानुसार गणेश चतुर्थी के काल में की गई शास्त्रोक्त पूजा विधियों के कारण मूर्ति में श्री गणपति का चैतन्य अधिक मात्रा में आकर्षित होता है ।