राहुल गांधी ने ली लिंगायत समुदाय की दीक्षा !

चुनाव आने पर राहुल गांधी को निश्चितरूप से धार्मिकता का स्मरण होता है, यह इससे पूर्व भी अनेक बार सामने आया है ! इसलिए जनता को भी कांग्रेस का सत्य स्वरूप ज्ञात होने से कांग्रेस धार्मिकता का कितना भी प्रदर्शन करे, तब भी जनता कांग्रेस को नहीं चुनेगी, यह भी उतना ही सत्य है !

केजरीवाल ने दिया गुजरात में निःशुल्क बिजली देने का आश्वासन !

कहां जनता को त्याग के मार्ग पर ले जानेवाले पूर्व के तेजस्वी हिन्दू राजा, तो कहां जनता को ‘यह निःशुल्क देंगे’, ‘वह निःशुल्क देंगे’ का प्रलोभन दिखाकर उन्हें स्वार्थ के मार्ग पर ले जानेवाले आज के राजनीतिज्ञ !

कांग्रेस नेता राज बब्बर को २६ वर्ष बाद २ वर्ष की कारावास

यह कहने में क्या गलत है कि २६ साल बाद मिला न्याय अन्याय ही है ?

मुस्लिम प्रत्याशी के विजय के बाद ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे!

भारत में रहकर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगानेवालों को आजीवन कारावास में डालें!

प्रधानमंत्री मोदी के पुन: सत्ता में आने पर उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक राज्यों का विभाजन होगा !

‘देश का कारोबार अच्छे ढंग से चले सके, इसलिए ५० नए राज्य निर्माण करने की मोदीजी की योजना है’, कुट्टी ने ऐसा भी बताया ।

इजरायल सरकार गिर गई, तीन वर्षों में पांचवीं बार चुनाव कराने का समय!

इजरायल की नेफ्ताली बेनेट के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार गिरने के कारण देश में एक बड़ा राजनीतिक संकट उत्पन्न हो गया है। परिणामस्वरूप, देश में पिछले तीन वर्षों में पांचवीं बार आम चुनाव होंगे ।

प्रधानमंत्री इमरान खान के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव निरस्त !

विपक्ष के नेता और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार शाहबाज शरीफ ने कहा कि, “संसद में अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में मतदान नहीं करना, संविधान का उल्लंघन है ।”

सदोष लोकतंत्र एवं उस संदर्भ में कुछ भी न करनेवाले निद्रित मतदार !

वर्तमान में किसी कार्यालय में यदि चपरासी की नौकरी चाहिए तो संबंधित प्रत्‍याशी (candidate, उम्‍मीदवार) की शैक्षणिक पात्रता देखी जाती है; परंतु राज्‍य का, इसके साथ ही देश का संपूर्ण कार्यभार, अर्थव्‍यवहार एवं संरक्षणव्‍यवस्‍था देखनेवाले विधायक, सांसद, मंत्री, इतना ही नहीं; परंतु प्रधानपद समान सर्वोच्‍च पद पर जाने के लिए भी किसी भी शैक्षणिक पात्रता की आवश्‍यकता नहीं होती ।

सदोष लोकतंत्र एवं उस संदर्भ में कुछ भी न करनेवाले निद्रित मतदार !

प्रत्‍येक राजकीय पक्ष चुनाव के काल में ‘हमें चुनाव में विजयी बनाएं, हम ही राज्‍य को भ्रष्‍टाचारमुक्‍त सरकार देंगे’, ऐसा प्रचार करता है; परंतु प्रत्‍यक्ष में वे मतदारों को मद्य (दारू), पैसे आदि प्रलोभन दिखाकर अपने पक्ष में मतदान दिलवाते हैं ।