टीकाकरण के लिए दबाव नहीं डाल सकते ! – सर्वोच्च न्यायालय
टीका न लेनेवालों को सार्वजनिक स्थल के लिए प्रतिबंधित करना सरकारों की मनमानी है !
टीका न लेनेवालों को सार्वजनिक स्थल के लिए प्रतिबंधित करना सरकारों की मनमानी है !
कोरोना एक बहुत बडा संकट था, और यह संकट समाप्त हुआ है, ऐसा हम कह ही नहीं सकते । अब भले ही वह न हो, परंतु `वह पुन: कब आएगा’, यह हमे पता नहीं है ।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती पवार ने ५ अप्रैल को संसद में प्रश्नोत्तर सत्र में कहा कि किसी भी राज्य सरकार अथवा केंद्र शासित प्रदेश ने अब तक कोरोना काल के दौरान ऑक्सीजन के अभाव से हुई की सूचना नहीं दी है ।
‘एक्साई’ सबसे पहले १९ जनवरी को ब्रिटेन में सामने आया था । तब से अभी तक ५०० से अधिक मरीजों को इसका संक्रमण हुआ है ।
श्रीलंका ने भारत से अन्न आयात करने के लिए कर्ज की मांग की है । वह जैविक खेती के विषय में मार्गदर्शन भी मांगे, तो इसमें भारतीय किसान बंधु भी आनंद से सहभागी होंगे ।
चीन में अचानक कोरोना की रुग्ण संख्या में वृद्धि हो रही है । दक्षिण कोरिया में भी रुग्ण संख्या में बढोतरी हो रही है ।
यदि ऑक्सीजन की मात्रा कम हो तो, आरंभ में कार्बोवेज २०० की २ बूंदें हर २ घंटे में और बाद में २ बूंदें दिन में ३ बार लें । आरंभ में ऐस्पिडोस्पर्मा Q की १० बूंदें पाव कप पानी में हर २ घंटे में और बाद में दिन में १० बूंदें ३ बार लें । ये दोनों औषधियां लें ।
‘ओमिक्रॉन विषाणु’ का विश्वभर का प्रभाव नियंत्रित हों और उसका प्रसार रुक जाएं, एवं यह नामजप करने के निमित्त से अनेकों को इस आपातकाल में साधना करने की गंभीरता ध्यान में आए और उनके द्वारा साधना आरंभ हो, यही श्रीगुरुचरणों में प्रार्थना !
पिछले वर्ष कोरोना की दूसरी लहर में भारत में कोरोना गति से फैलने से पश्चिमी मीडिया ने किसी भी प्रकार से भारत की खिंचाई की थी । अब युरोप के मृतप्राय स्थिति में आने से वहां की मीडिया मौन धारण किए हुए है । यह उनका दोहरापना है, यह ध्यान दें !
जनता द्वारा कोरोना के संबंध में निवारक नियमों का पालन न करने के कारण रोगियों की संख्या बढ रही है, यह ध्यान रखते हुए जनता नियमों का पालन करें ! भारतीयों के लिए लज्जाजनक बात है कि, अनुशासन-हीन लोग कोरोना को आमंत्रित कर रहे हैं !