५ वर्षीय लडकी का बलात्कार करने के संदेह में नईम को बंदी बनाया गया !
ऐसे वासनांधों को कठोर दंड होने के लिए प्रयास करने चाहिए !
ऐसे वासनांधों को कठोर दंड होने के लिए प्रयास करने चाहिए !
ऐसे अधिकारियों को नौकरी से हटाकर आजन्म कारावास में रखने का दंड सरकार द्वारा दिया जाना चाहिए |
कानून हाथ में लेना सही नहीं है; परंतु इस पूरे प्रकरण में पुलिस ने जिस प्रकार कार्यवाई की, उससे लोग क्रोधित हुए । ‘परिणामस्वरूप पुलिस थाने को जलाया गया होगा’, ऐसा कहा जाए तो क्या गलत है ? पुलिस इससे कुछ सीखेगी वह सुदिन ही होगा !
क्या ऐसी संवेदनहीन पुलिस जनता की सुरक्षा के योग्य है ? बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के राज्य में कानून व्यवस्था के तीन तेरह बहुत पहले ही हो चुके हैं । वहां राष्ट्रपति शासन लगाना ही एक मात्र विकल्प है।
ममता बनर्जी के राज्य में हिन्दू युवती असुरक्षित ! इस विषय में तथाकथित आधुनिकतावादी, धर्मनिरपेक्षतावादी मुंह नहीं खोलेंगे, यह ध्यान मे लें !
पीडित लडकी के संबंधियों ने महिला पुलिस थाने में परिवाद लिखवाया । पुलिस ने अभियुक्त रफीक के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीबद्ध कर, उसे बंदी बना लिया है ।
यदि कोई कहे कि विश्व में पादरी अर्थात वासनांध व्यक्ति की छवि निर्माण हो गई है, तो आश्चर्य नहीं !
पीड़ित लड़की का अपहरण करने के पूर्व आरोपियों ने उसकी मां को अत्यधिक मारा । इस प्रकरण में पुलिस ने आरोपी इसरार, आरिफ और तस्लीम इन तीनों को बंदी बनाया है, तो चौथा आरोपी अरबाज फरार हो गया है, पुलिस उसे खोज रही है ।
ऐसे कुकर्म करनेवालों को यदि आतंकित करना हो, तो अपराधियों को फांसी का ही दंड देने के लिए सरकार को प्रयास करने चाहिए !
पुलिस ने आरोपी अब्दुल वहिद के विरुद्ध ‘पॉक्सो’ कानून के अंतर्गत अपराध पंजीकृत कर उसे बंदी बनाया है । इस प्रकरण में पुलिस आगे का अन्वेषण कर रही है ।