Bomb Threat Temple Karnataka : निपानी (कर्नाटक) के श्री राम मंदिर को बम से उडाने की धमकी भरा अनाम पत्र !

पहला पत्र मंदिर के गर्भगृह के पास मिला था, जबकि दूसरा पत्र हनुमान मंदिर के पास मिला था । दोनों पत्र हिन्‍दी भाषा में लिखे गए थे । न्‍यासियों ने दोनों पत्र निपानी शहर पुलिस को सौंपे तथा शिकायत प्रविष्‍ट कराई ।

जुनागढ (गुजरात) में अवैधानिक दरगाह एवं २ मंदिर प्रशासन द्वारा ध्वस्त !

पुलिस पर पुनः आक्रमण न हो; इसलिए प्रशासन द्वारा इस समय हिन्दुओं के मंदिर भी गिराकर ‘हम भेदभाव नहीं करते’, ऐसा दिखाने का प्रयास किया गया, यदि कोई ऐसा कहे, तो इसमें चूक क्या है ?

हिजबुल्ला के इजराइल पर आक्रमण में एक भारतीय की मृत्यु, २ घायल

इजराइल में युद्ध आरंभ होने के पश्चात भारत ने अपने हजारों नागरिकों को वहां से स्वदेश लाया; परंतु अभी भी वहां १८ हजार भारतीय रह रहे हैं ।

बांग्लादेश में कालीमाता मंदिर में अज्ञातों द्वारा मूर्तियों की तोडफोड

मुसलमान बहुल देश में अन्य धर्मीयों और उनके धार्मिक स्थलों के लिए कोई स्थान नहीं होता, यह जनता समझ ले !

India Intercepted China Ship : चीन की ओर से पाकिस्तान को मिसाइल कार्यक्रम के लिए लगने वाले यंत्र लेकर जाने वाली नौका भारत ने रोकी !

पाकिस्तान को युद्ध की तैयारी करवाने में चीन का हाथ है । यह ध्यान में लेकर भारत *को अधिक से अधिक आक्रामक नीति चलाना आवश्यक !

दरभंगा (बिहार) में मोहम्मद जावेद के घर में मिले ७ जीवित बम

दरभंगा जिले के एकमी गांव में रहनेवाले मोहम्मद जावेद के घर से पुलिस ने ७ जीवित बम नियंत्रण में लिए हैं । कहा जाता है कि इस क्षेत्र में विस्फोट करने के उद्देश्य से ये बम रखे गए थे ।

 बेंगलुरु में पशुपालन विभाग की ५०० करोड़ रुपए की २ एकड़ भूमि अल्‍पसंख्‍यक कल्‍याण विभाग को दी गई !

कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने ५०० करोड़ रुपये से अधिक मूल्‍य की २ एकड़ भूमि अल्‍पसंख्‍यक कल्‍याण विभाग को सौंप दी है ।

Russia Chinese Invasion : रूस का पूर्वी भू-भाग  निगलना चाहता है चीन !

रूसी सेना के २००८ से २०१४ के बीच हुए युद्ध से जुडे कुछ कागज पत्र प्रकाशित हुए  हैं। उन से रूस और चीन दोनों के बीच का अविश्वास खुलकर सामने आ गया है। 

Bengal Ram Navami Violence Case : बंगाल में गत वर्ष रामनवमी के दिन हुई हिंसा के मामले में १६ मुसलमानों को बनाया गया बंदी !

दंगा होकर १ वर्ष बीत गया । इसलिए ‘दंगाइयों को बंदी बनाने के लिए इतना समय क्यों लगा ?’, इसका उत्तर जांच तंत्रों को देना होगा ।

धर्मांधों का विध्वंसक आक्रोश !

पुलिस जनता को अपेक्षित उपलब्धि प्राप्त करेगी अथवा बार बार कट्टरपंथियों का ही लक्ष्य (निशान) बनती रहेगी ? पुलिस को इसका उत्तर देना चाहिए !