कंटेनर में बिक्री के लिए जानेवाला ७ लाख रुपयों का गौमांस जप्त, २ धर्मांध गिरफ्तार
हुक्केरी-बेलगांव मार्ग पर एक कंटेनर से विक्रय के लिए जानेवाला ७ लाख रुपयों का गोमांस जिला आपराधिक जांच विभाग ने जप्त किया है ।
हुक्केरी-बेलगांव मार्ग पर एक कंटेनर से विक्रय के लिए जानेवाला ७ लाख रुपयों का गोमांस जिला आपराधिक जांच विभाग ने जप्त किया है ।
उत्तराखंड की भाजपा सरकार द्वारा चारधाम और अन्य ४७ मंदिरों का सरकारीकरण किए जाने के विरोध में यहां के पुरोहितों ने ठंड में अर्धनग्न स्थिति में आंदोलन करने की चेतावनी दी है ।
केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में ‘नागरिक सहकारी बैंकों’ और ‘बहु-राज्यीय सहकारी बैंकों’ को रिजर्व बैंक के नियंत्रण में लाने का निर्णय लिया गया । केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने इसकी जानकारी दी ।
‘उत्तर प्रदेश राज्य का पुलिस प्रशासन धर्मांधों द्वारा हो रहे अत्याचारों के प्रति निष्क्रिय क्यों रहता है ?’, इसकी जांच कर संबंधित पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्यवाई करने के आदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देने चाहिए, ऐसा हिन्दुओं को लगता है !
कश्मीर के पथपर अब असम ! हिन्दुओं की एक के पश्चात एक होनेवाली हत्याओं को देखते हुए ‘क्या असम में कानून-व्यवस्था नाम की किसी बात का अस्तित्व है ?’, यह संदेह होता है । पुलिस विभाग एवं प्रशासन के लिए यह लज्जाजनक !
उत्तर प्रदेश की राजधानी लक्ष्मणपुरी में ही ऐसी घटना होना राज्य में कानून-व्यवस्था के १२ बज जाने का दर्शक है । पुलिस विभाग एवं प्रशासन के लिए यह लज्जाजनक !
आंध्रप्रदेश के सत्ताधारी ईसाई-हितैषी वाय.एस.आर. काँग्रेस पक्ष के नर्सापुरम् लोकसभा मतदारसंघ के सांसद रघुराम कृष्णम राजू ने लोकसभा के अध्यक्ष से शिकायत की, धर्मपरिवर्तन के विषय में ईसाई मिशनरियों की पोल खोलने से मेरे प्राण संकट में पड गए हैं ।
बजरंग दल को जो जानकारी मिलती है, वह जानकारी सभी तंत्र एवं सुविधाओं से सुसज्जित पुलिस विभाग को क्यों नहीं मिलती ? अथवा पुलिसकर्मी गौमांस तस्करी की जानबूझकर अनदेखी करते हैं ?
६ जून को हुई चर्चा के उपरांत भी चीन ने सेना को वापस लेनेपर सहमति जताई थी; परंतु उसने ऐसा न करते हुए वहां चौकी बनाई और जब भारत ने उसका विरोध किया, तब वहां घमासान हुआ । अब भी भले ही चीन पीछे हटनेपर सहमत हो रहा हो; परंतु उसपर विश्वास करना उचित नहीं होगा ।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की घोषणा के अनुसार अंततः ‘एच् १ बी’ एवं ‘एच्-४’ ये दोनो वीजा इस वर्ष के अंत तक निरस्त कर दिए गए हैं । इसके कारण नए सिरे से अमेरिका में नौकरी करने के इच्छुक विदेशी नागरिक इस निर्णय से प्रभावित होंगे ।