हरदोई (उत्तर प्रदेश) में धर्मांतरण कर हिन्दू युवक से विवाह करनेपर मुसलमान युवती का उसके माता-पिता द्वारा उत्पीडन

  • हिन्दू बच्चा जन्म लेगा; इसके लिए गर्भपात करने के लिए दबाव

  • पति को जान से मारने की धमकी

  • शिकायत कर भी पुलिस प्रशासन निष्क्रिय !

‘उत्तर प्रदेश राज्य का पुलिस प्रशासन धर्मांधों द्वारा हो रहे अत्याचारों के प्रति निष्क्रिय क्यों रहता है ?’, इसकी जांच कर संबंधित पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्यवाई करने के आदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देने चाहिए, ऐसा हिन्दुओं को लगता है !

 

इस महिलापर हुए अत्याचार के संदर्भ में तथाकथित धर्मनिरपेक्षतावादी अपना मुंह क्यों नहीं खोलते और उसकी सहायता के लिए आगे क्यों नहीं आते ? किसी मुसलमान महिला के संदर्भ में किसी हिन्दू ने ऐसा कृत्य किया होता, तो सभी आधुनिकतावादी उसपर टूट पडते !

हरदोई (उत्तर प्रदेश) – यहां की काव्या कश्यप (पहले का नाम बेनजीर अदिल) ने हिन्दू धर्म में प्रवेश कर दीपक कश्यप नामक हिन्दू युवक के साथ हिन्दू पद्धति के अनुसार विवाह किया । उसके परिवारजन इस विवाह के विरोध में थे । विवाह के पश्‍चात जब काव्या गर्भवती हुई, तब उसकी मां ने उसके साथ मधुर भाषण किया और उसकी बहन का विवाह होनेवाला है, ऐसा कारण बताकर अपने घर ले आई । अब वह उसे पुनः उसके हिन्दू पति के घर जाने का विरोध कर उसका उत्पीडन कर रही है, साथ ही उसको गर्भपात कराने की धमकी दे रही है । इसके साथ ही काव्या ने यह आरोप लगाते हुए बताया, उसे धमकी दी गई है कि यदि ‘उसका पति उसे लेने वहां आ गया, तो उसकी हत्या कर दी जाएगी । इसके पश्‍चात उसके पति दीपक ने स्थानीय पुलिस थाने में इसकी शिकायत की; परंतु पुलिस प्रशासन ने अभीतक इसका संज्ञान नहीं लिया है । उसने इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक से भी शिकायत की; परंतु उनके द्वारा भी काव्या की सहायता के लिए कुछ नहीं किया गया है ।

काव्या ने दूरभाष कर अपने पति दीपक को उसके साथ हो रहे उत्पीडन की जानकारी दी । उसने बताया कि ‘उसके माता-पिता का यह कहना है कि भारत में हिन्दुओं का विनाश होना चाहिए और काव्या के गर्भ में हिन्दू का बच्चा पल रहा है; इसलिए उसे गर्भपात कराना चाहिए ।’