- यातायात बंदी के समय भी इतनी बडी मात्रा में गौमांस कैसे मिलता है ? इस अवधि में अनेक बार बेलगांव परिसर में गौमांस का अवैध परिवहन होना उजागर हुआ है । इससे ध्यान में आता है कि धर्मांध गोतस्करों को कानून का भय नहीं है !
- अवैध गौमांस के अपराध में धर्मांध ही अधिक संख्या में दिखाई देते हैं । पुलिस उन पर कठोर कार्रवाई नहीं करती, इसलिए वे बार बार ऐसे कृत्य करते हैं !
बेलगांव – हुक्केरी-बेलगांव मार्ग पर एक कंटेनर से बिक्री के लिए जानेवाला ७ लाख रुपयों का गौमांस जिला आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने जप्त किया है । इस समय दल ने कंटेनर का परिवहन करनेवाले रमजान इलाई शेख और मासीम बाशाभाई कलाल (दोनों ही निवासी नूरानी गली, सांगली) को गिरफ्तार किया है तथा निपाणी का एक संदिग्ध भाग गया है । दल ने ७ लाख रुपयों के गौमांस सहित ५ लाख रुपयों का वाहन, इस प्रकार कुल १२ लाख रुपयों का माल जप्त किया है ।
विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल इन संगठनों ने पुलिस को यह जानकारी दी थी । तत्पश्चात पुलिस ने उक्त कार्यवाई की । (अधिकतर हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों द्वारा जानकारी देने पर ही कार्यवाई क्यों होती है ? सर्व प्रकार की तांत्रिक सुविधाओं के होते हुए भी पुलिस प्रशासन को यह पहले ही ध्यान में क्यों नहीं आता ? – संपादक) पुलिस ने बताया कि ‘निपाणी के एक व्यक्ति ने इस गौमांस को खरीदा था । यह गौमांस गुलबर्गा में ले जाया जा रहा था ।’