सप्तर्षियों का ५.७.२०२० को गुरुपूर्णिमा के (व्यासपूर्णिमा के) उपलक्ष्य में साधकों के लिए संदेश !

गुरुकृपा अर्थात गुरु की छत्रछाया ! यह छत्रछाया साधकों के लिए एक प्रकार का रक्षाकवच है । साधकों का गुरुदेवजी की छत्रछाया में रहना अत्यंत महत्त्वपूर्ण है । गुरुदेव ने अब अपने दोनों आध्यात्मिक उत्तराधिकारियों को अपनी शक्ति दी है ।

‘आपातकाल में मार्ग दिखाने हेतु ईश्‍वरस्वरूप तीन गुरु मिलना’, यह सनातन के साधकों का सौभाग्य !

आजकल संपूर्ण पृथ्वी पर ‘कोरोना’ विषाणुरूपी संकट मंडरा रहा है । यह संकटकाल ही है । इसके कारण विश्‍व के सभी राष्ट्र, समाज के लोग भय और चिंता से ग्रस्त हैं । कई करोड लोग केवल एक बार का भोजन कर पा रहे हैं, तो अनेक लोगों के घर भी नहीं रह गए हैं ।

‘तन, मन, धन एवं जीवन समर्पित कर निःस्वार्थभाव से राष्ट्र-आराधना कैसे करनी चाहिए ?’, इसके आदर्श एवं मूर्तिमंत उदाहरण हैं परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी !

‘‘हमारे राष्ट्र का प्रातिनिधिक स्वरूप है परात्पर गुरु डॉक्टरजी का शरीर ! परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी ने बहुत पहले ही कहा है, ‘जिस समय हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होकर राष्ट्र को स्थिरता प्राप्त होगी, उस समय मेरे सभी कष्ट समाप्त हो जाएंगे और मैं स्वस्थ हो जाऊंगा’ ।’’

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी ने साधक-कलाकारों के समक्ष रखा ध्येय !

परात्पर गुरु डॉक्टरजी ने ‘ईश्‍वरप्राप्ति हेतु कला’ के माध्यम से कला के सात्त्विक प्रस्तुतीकरण संबंधी मार्गदर्शन किया ।उसके साथ ही अखिल मानवजाति के लिए उपयुक्त ‘धरोहर’ के रूप में साधकों द्वारा किया जा रहा ध्वनिचित्रीकरण अच्छा होने के लिए परात्पर गुरु डॉक्टरजी ध्वनिचित्रीकरण और ध्वनिचित्र-संकलन करनेवाले साधकों को उपयुक्त सुधार बताते हैं ।

सनातन संस्‍था एवं हिन्‍दू जनजागृति समिति द्वारा ‘ऑनलाइन’ गुरुपूर्णिमा महोत्‍सव भावपूर्ण वातावरण में मनाया गया

मुंबई – स्‍पिरिच्‍युअल साइंस रिसर्च फाउंडेशन द्वारा (एसएसआरएफ) विदेश में ८ स्‍थानों पर गुरुपूर्णिमा उत्‍सव भावपूर्ण वातावरण में मनाया गया । कोरोना महामारी की पृष्‍ठभूमि पर कुछ स्‍थानों पर ‘ऑनलाइन’ गुरुपूर्णिमा महोत्‍सवों का आयोजन किया गया था ।

ढलती आयु में भी नई बातें सीखने की लगन और प्रत्येक बात का श्रेय गुरुदेवजी को देनेवाले पू. भगवंत कुमार मेनरायजी !

रामनाथी आश्रम में कुछ साधकों को एरोमाथेरेपी सिखाई जा रही थी । पू. मेनरायजी उस विषय में जिज्ञासा से प्रश्‍न पूछते हैं और मुझे भी यह थेरेपी सीखनी है, ऐसा कहते हैं । वे हिन्दी भाषी हैं तथा उन्हें मराठी नहीं आती । अधिकतर साधक मराठी भाषी हैं; इसलिए उनके साथ मराठी मेें बात करने के लिए वे मराठी सीख रहे हैं ।

देहली की श्रीमती ज्‍योति राणे (आयु ७३ वर्ष) ने प्राप्‍त किया ६३ प्रतिशत आध्‍यात्मिक स्‍तर !

देहली – यहां २ जुलाई को ‘ऑनलाइन’ सत्‍संग में सद़्‍गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने घोषित किया, ‘‘सनातन की साधिका श्रीमती ज्‍योति राणे ने ६३ प्रतिशत आध्‍यात्मिक स्‍तर प्राप्‍त किया है । इससे वे जन्‍म-मृत्‍यु के चक्र से मुक्‍त हो गई हैं ।’’

पाठकों के विरोध पर घाटशिला (झारखंड) के विद्यालय में शिशु वर्ग (नर्सरी कक्षा) के बच्‍चों को पाकिस्‍तान और बांग्‍लादेश का राष्‍ट्रगीत कंठस्‍थ करवाना हुआ रद्द !

 घाटशिला (झारखंड) – यहां के संत नंदलाल स्‍मृति विद्या मंदिर विद्यालय के छोटे और बडे शिशु वर्ग के बच्‍चों के लिए अलग-अलग समूह बनाकर भारत सहित पाकिस्‍तान और बांग्‍लादेश के राष्‍ट्रगीत कंठस्‍थ करने के लिए बताया गया था ।

यदि आप को फेसबुक से इतना अधिक लगाव है, तो नौकरी का त्याग कर दें !

भारतीय सेना की ऒर से ८९ एप पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय को न्यायालय में चुनौती देनेवाले सेना के अधिकारी को न्यायालाय ने फटकार लगार्इ !

पाक में धर्मांधों द्वारा एक और अवयस्‍क हिन्‍दू लडकी का अपहरण

इस्‍लामाबाद – पाक स्‍थित सिंध प्रांत की एक १२ वर्षीय हिन्‍दू लडकी का धर्मांधों द्वारा अपहरण किया गया है, पाक के सामाजिक कार्यकर्ता राहत ऑस्टिन ने ट्‍वीट कर यह जानकारी दी है ।