पंजाब की ‘रोजा शरीफ’ दरगाह से ३ धर्मांध युवक गिरफ्तार
उत्तर भारत के प्रमुख धार्मिक स्थल फतेहगढ स्थित ‘रोजा शरीफ’ दरगाह से ३ धर्मांध युवकों को गिरफ्तार किया गया है । इन तीनों के नाम हैं – सोहेल खान, इमरान खान और कामरान खान ।
उत्तर भारत के प्रमुख धार्मिक स्थल फतेहगढ स्थित ‘रोजा शरीफ’ दरगाह से ३ धर्मांध युवकों को गिरफ्तार किया गया है । इन तीनों के नाम हैं – सोहेल खान, इमरान खान और कामरान खान ।
कोरोना संक्रमण की पृष्ठभूमि पर मार्च महीने में स्थगित वैष्णोदेवी यात्रा जम्मू कश्मीर प्रशासन की अनुमति से १६ अगस्त से पुनः प्रारंभ हो गई है । प्रतिदिन २ सहस्र श्रद्धालुओं को यात्रा की अनुमति दी जानेवाली है ।
ब्रसेल्स के ‘दक्षिण एशिया डेमोक्रेटिक फोरम’ के शोधकर्ता संचालक डॉ. सीगफ्राइड ओ वुल्फ ने बताया कि आतंकवादी संगठन ‘जमात उल मुजाहिदीन बांगलादेश’ (जे.एम.बी.) द्वारा ४० रोहिंग्याओं को आईएसआई द्वारा आतंकवाद का प्रशिक्षण दिया जा रहा है ।
भारतीय वायुसेना की अनुचित छवि निर्माण करनेवाला विवादित हिन्दी चलचित्र ‘गुंजन सक्सेना – द कारगिल गर्ल’ पर अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी आपत्ति उठाई है ।
बेंगळुरू – यहां के धर्मांधों द्वारा किए दंगे में पुलिस प्रशासन की गोलाबारी में ३ धर्मांध दंगाई मारे गए । राज्य के कांग्रेस के पूर्व मंत्री जमीर अहमद खान ने इन मृतक दंगाईयों के घर जाकर उनके परिवारजनों से मिले और कहा ‘मारे गए निर्दाेष थे ।’
मोहम्मद पैगंबर का कथित अपमान होने के पश्चात धर्मांधों ने बंगळुरू में दंगे किए इसके विपरीत हिन्दुओं के धर्मगुरु के पुतले पर धर्मांधों द्वारा इस्लामी ध्वज लगाए जाने पर हिन्दू वैधानिक मार्ग से आवाज उठाते हैं ।
स्वयं की और पुलिस थाने की भी रक्षा न कर सकनेवाले पुलिसवाले जनता की रक्षा क्या करेंगे ? इसलिए जनता को अब स्वयं की और स्वयं के परिवार की रक्षा करने के लिए स्वरक्षा प्रशिक्षण लेना चाहिए !
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी २८ वर्षों उपरांत अयोध्या आए हैं । इससे पूर्व वह रामजन्मभूमि आंदोलन के समय अयोध्या आए थे ।
आपातकाल संबंधी इस लेखमाला में अभी तक हमने ‘भोजन के अभाव में भूखे न रहना पडे, इसके लिए क्या करें’, साथ ही अनाज का रोपण, गोपालन इत्यादि विषय देखे । मनुष्य पानी के बिना नहीं जी सकता और बिजली के बिना जीवन जीने की कल्पना भी नहीं कर सकता ।
‘जो ऋषि-मुनि साक्षात ईश्वर का शोध कर पाए, उनके लिए वर्तमान वैज्ञानिकों और शास्त्रज्ञों की खोज खिलौने समान लगती होगी !’