(कहते हैं) ‘फ्रान्स के लाखों लोगों को मारने का मुसलमानों को पूर्र्ण अधिकार !’ – मलेशिया के भूतपूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद का ट्वीट

  • ऐसा है, तो ‘अभी तक संपूर्ण संसार में हुए जिहादी आतंकवादी आक्रमण में मारे गए नागरिकों के परिजनों और उनके धर्मियों को जिहादियों के धर्मबंधुओं को मार डालने का अधिकार है’, ऐसा कोई कहे, तो इस पर क्या महातिर बोलेंगे ?

  • ऐसे विधानों से ध्यान में आता है कि मुसलमान जिहादियों के किस प्रकार समर्थक हैं; परंतु भारत के धर्मनिरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी इस पर मुंह नहीं खोलेंगे, यह भी उतना ही सत्य है !

कुआलालंपुर (मलेशिया) – ‘मुसलमानों को फ्रान्स के लाखों नागरिकों को मारने का पूर्ण अधिकार है’, ऐसा ट्वीट करते हुए मलेशिया के भूतपूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने फ्रान्स के नीस शहर में स्थित एक चर्च में धर्मांध ने चाकू द्वारा किए गए आक्रमण का समर्थन किया है; परंतु बाद में यह ट्वीट डिलीट कर दिया । नीस में इस धर्मांध ने एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में चाकू लेकर आक्रमण किया । यह २० वर्ष का धर्मांध इटली के मार्ग से फ्रान्स में आया था, यह अभी तक के अन्वेषण से सामने आया है ।

महातिर ने एक के बाद एक १४ ट्वीट्स करते हुआ कि, मुसलमानों को क्रोधित होने का अधिकार है । पहले किए गए नरसंहार के लिए फ्रान्स के लाखों नागरिकों को मारने का उन्हें पूर्ण अधिकार है; परंतु अभी तक मुसलमान ‘खून का बदला खून’, इस ओर नहीं मुडे हैं । फ्रान्स ने उसके नागरिकों को दूसरे की भावनाओं का विचार करने की सीख देनी चाहिए । (जो दूसरे की भावनाओं का विचार नहीं करते, वे अन्यों से यह मांग करते हैं, यह हास्यास्पद ही है ! – संपादक)