फ्रान्स के राष्ट्रपति के विरुद्ध भोपाल में सहस्रों मुसलमानों ने किया विरोध प्रदर्शन

  • पुलिस द्वारा कोरोना से संबंधित नियमों के उल्लंघन का अपराध प्रविष्ट

  • कांग्रेस के विधायक द्वारा आयोजन

  • हिन्दू अपने ही देश में उनके धर्म का अनादर करने के विरुद्ध मुट्ठीभर संख्या में भी संगठित नहीं होते, वहां विदेश में जिहाद के विरुद्ध कोई कार्यवाही कर रहा हो, तो उसके विरुद्ध सहस्रों की संख्या में संगठित होनेवालों से जिस दिन हिन्दू संगठन का महत्त्व सीखेंगे, वह शुभदिन सिद्ध होगा !
  • मध्य प्रदेश में भाजपा का शासन होते हुए भी और भोपाल राज्य की राजधानी होते हुए भी इस प्रकार का आयोजन होता है और उसमें सहस्रों धर्मांध संगठित होते हैं, ऐसा होना हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं है । यदि इन धर्मांधों ने हिन्दुओं पर आक्रमण किया होता, तो क्या हिन्दुओं की रक्षा हो पाती ?
कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद

भोपाल (मध्य प्रदेश) – फ्रान्स के राष्ट्रपति इमैन्युयल मैक्रॉन द्वारा कथितरूप से मोहम्मद पैगंबर के विरुद्ध दिए गए वक्तव्य का विरोध करने के लिए भोपाल में मुसलमानों ने सहस्रों की संख्या में एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया । इसके उपरांत पुलिस ने इन मुसलमानों के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट किया है । यहां के इकबाल प्रांगण में यह विरोध प्रदर्शन किया गया । भोपाल सेंट्रल के कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद ने विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया था । (क्या मसूद ने कभी भारत में हुए जिहादी आतंकवाद के विरुद्ध इस प्रकार के विरोध प्रदर्शनों का आयोजन किया है ? क्या उन्होंने कभी पाकिस्तान द्वारा चलाई जा रही भारतविरोधी गतिविधियों के विरुद्ध इस प्रकार के विरोध प्रदर्शनों का आयोजन किया है ? भारत के धर्मनिरपेक्षतावादी क्या मसूद से ऐसा पूछने का साहस दिखाएंगे ? – संपादक)

पुलिस ने कोरोना संक्रमण टालने के लिए बनाए गए नियमों के उल्लंघन का अपराध प्रविष्ट किया है ।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस संदर्भ में वीडियो पोस्ट कर उसके लिए ‘भयानक’ की टिप्पणी की है ।

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इस संदर्भ में ट्वीट करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश एक शांतिपूर्ण प्रदेश है । इस प्रदेश में शांति भंग करनेवालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी और यहां किसी भी प्रकार के अपराध को सुरक्षा नहीं दी जाएगी । (इस संदर्भ में राष्ट्रभक्तों को यही लगता है कि मुख्यमंत्री को कांग्रेस के विधायक को गिरफ्तार कर उसे कारागार में बंद कर देना चाहिए ! – संपादक)