गुणवत्तापूर्ण गणतंत्र के लिए मूलभूत अधिकार होने चाहिए !

देश में वर्ष १९७५ में आपात्‍काल घोषित किया गया था, उस समय यही प्रश्‍न उपस्‍थित हुआ था । तत्‍कालीन शासन ने आपात्‍काल की घोषणा कर मूलभूत अधिकारों पर बंधन डाले थे । साथ ही आंतरिक रक्षा का कारण बताकर लाखों लोगों को कारागार में डाला था ।

आओ देशभक्त बनें, सुराज्य लाएं !

२६ जनवरी, भारत का गणतंत्र दिवस ! परंतु आज वास्‍तविक अर्थों में देश में गणतंत्र है ही नहीं ! क्‍योंकि आज भी पानी, सडक आदि मूलभूत आवश्‍यकताओं के लिए भी आंदोलन करने पडते हैं ।

विद्यार्थियो, राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य निभाकर राष्ट्राभिमानी बनें !

राष्‍ट्र के प्रतीक कौन से हैं ? राष्‍ट्रध्‍वज, राष्‍ट्रगीत, ‘वन्‍दे मातरम्’ जैसा राष्‍ट्रीय गीत, राष्‍ट्र का मानचिह्न आदि हमारे राष्‍ट्रीय प्रतीक हैं । इनका यथोचित सम्‍मान करना, हमारा राष्‍ट्रकर्तव्‍य है ।

पांच सितारा होटल और रामनाथी आश्रम के रसोईघर में सेवा करते समय ध्यान में आए अंतर और प्राप्त अनुभूतियां

‘पांच सितारा होटल के रसोईघर में भोजन बनानेवाले व्‍यक्‍ति को कितना कष्‍ट होता है, यह इस लेख से स्‍पष्‍ट होता है । ऐसा होते हुए भी उस भोजन को खानेवालों को कितना कष्‍ट होता होगा, इसकी कल्‍पना भी नहीं की जा सकती !’ – (परात्‍पर गुरु) डॉ. आठवले

अंतरराष्‍ट्रीय गीता जयंती महोत्‍सव के अवसर पर जे.सी. बोस यूनिवर्सिटी से आयोजित पांच दिवसीय महोत्सव में सद़्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी का मार्गदर्शन

अपने मार्गदर्शन में सद़्‍गुरु डॉ. पिंगळेजी ने कहा, ‘‘आज तनावपूर्ण जीवनशैली से बाहर निकालने के लिए भगवान श्रीकृष्‍ण द्वारा किया हुआ मार्गदर्शन उतना ही प्रासंगिक है । धर्म व्‍यक्‍ति के सर्वांगीण विकास का विचार करता है ।

बिहार व उत्तर प्रदेश में दत्त जयंती के निमित्त किए प्रयास

पूर्वजों को सद़्‍गति दिलानेवाले तथा २४ गुण गुरु कर सभी को इस चराचर में ईश्‍वर का रूप मानकर उससे सीखने का उपदेश देनेवाले भगवान दत्तात्रेय के विषय में जानकारी मिले तथा उनकी श्रद्धा बढे इस हेतु १४ प्रवचन और ५ सामूहिक जप का आयोजन हुआ, जिसका लाभ सैकडों श्रद्धालुओं को हुआ ।

बिहार तथा उत्तर प्रदेश में १ जनवरी को नववर्ष न मनाने का अनेक युवाओं ने किया संकल्प !

 हिन्‍दू जनजागृति समिति द्वारा ३१ दिसंबर की रात को होनेवाली अप्रिय एवं अनैतिक घटनाआें को रोकने हेतु किए गए अभियान को समाज के युवाआें का उत्‍स्‍फूर्त प्रतिसाद मिला ।

कोरोना महामारी के चलते २५ तथा ३१ दिसंबर पर पटाखे जलाने और सार्वजानिक स्थाननों पर पार्टियां करने पर प्रतिबंध लगाया जाए !

यहां नवरात्रि, दिवाली और छठ पूजा के काल में सार्वजानिक स्‍थानों पर एकत्रित होने और पटाखे जलाने पर प्रतिबंध था, जिसका समाज के अनेक वर्गों ने स्‍वागत किया, क्‍योंकि कोरोना महामारी के काल में पर्यावरण और समाज के स्‍वास्‍थ्‍य को ध्‍यान में रख ही त्‍यौहार मनाना हिन्‍दू धर्म सिखाता है ।

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पुनः भारत का सदोष मानचित्र (नक्शा) हुआ प्रसारित

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पुनः एक बार भारतीय मानचित्र (नक्शे) को गलत प्रकार से प्रस्तुत किया है । भारत ने तीसरी बार संगठन को इसके बारेमें चेतावनी दी है ।

पाक द्वारा संयुक्त राष्ट्रों से रा.स्व.संघ पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने का पाकिस्तानी प्रसारमाध्यमों का दावा

पाकिस्तानी प्रसार माध्यमों के अनुसार, संयुक्त राष्ट्रों में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि मनीर अकरम ने संयुक्त राष्ट्रों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है ।