गुणवत्तापूर्ण गणतंत्र के लिए मूलभूत अधिकार होने चाहिए !
देश में वर्ष १९७५ में आपात्काल घोषित किया गया था, उस समय यही प्रश्न उपस्थित हुआ था । तत्कालीन शासन ने आपात्काल की घोषणा कर मूलभूत अधिकारों पर बंधन डाले थे । साथ ही आंतरिक रक्षा का कारण बताकर लाखों लोगों को कारागार में डाला था ।