हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा ३१ दिसंबर की रात को होनेवाली अप्रिय एवं अनैतिक घटनाओं को रोकने हेतु किए गए अभियान को समाज के युवाओं का उत्स्फूर्त प्रतिसाद मिला । अनेक युवाओं ने ऐसी प्रतिज्ञा की कि ‘अब से जीवन के अंत तक वे नववर्ष केवल ‘चैत्र शुक्ल प्रतिपदा’ को ही मनाएंगे’ । इस अभियान के अंतर्गत समिति द्वारा अधिवक्ता, उद्योगपति एवं हिन्दू संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठकों का आयोजन भी किया गया । उत्तर प्रदेश एवं बिहार के अनेक जिलों के युवाओं ने उनके मित्रों, परिजनों की ‘ऑनलाइन बैठकों’ का आयोजन किया । इस अभियान में सोशल मीडिया के माध्यम से भी जागृति की गई ।