फरीदाबाद (हरियाणा) – अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के अवसर पर हरियाणा के प्रसिद्ध जे.सी. बोस यूनिवर्सिटी में आयोजित पांच दिवसीय महोत्सव में हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सदगुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने मार्गदर्शन किया । अपने मार्गदर्शन में सद़्गुरु डॉ. पिंगळेजी ने कहा, ‘‘आज तनावपूर्ण जीवनशैली से बाहर निकालने के लिए भगवान श्रीकृष्ण द्वारा किया हुआ मार्गदर्शन उतना ही प्रासंगिक है । धर्म व्यक्ति के सर्वांगीण विकास का विचार करता है । व्यक्ति की व्यावहारिक, आध्यात्मिक उन्नति होकर समाज व्यवस्था उत्तम रहना, ऐसे जिस कारण संभव होता है उसे धर्म कहा गया है ।’’ तनाव-निमूर्लन के संदर्भ में वे आगे उन्होंने कहा, ‘‘वर्तमान समाज व्यवस्था ही व्यक्ति में तनाव उत्पन्न करनेवाली है । इसलिए व्यक्तिगत जीवन में अपने स्वभावदोषों के साथ समाज की दुष्टप्रवृत्तियों के विरुद्ध भी संघर्ष करना, तनाव-निर्मूलन के लिए आवश्यक है !’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘गीता का ज्ञान हमारे जीवन के हर प्रसंग में यदि हम प्रत्यक्ष में ला पाए, तो वास्तविकता में हम उसका लाभ ले पाएंगे । इसलिए गीता को समझना और जीवन में उतारना आवश्यक है ।
हिन्दू जनजागृति समिति के निःस्वार्थ कार्य से प्रभावित बालाजी एज्यूकेशन ट्रस्ट के संचालक डॉ. जगदीश चौधरीजी के सहयोग से इस प्रवचन का आयोजन हुआ था ।