UN On Protest In US : अमेरिका की ओर से अभिव्यक्ति स्वतंत्रता का उल्लंघन ! – संयुक्त राष्ट्र
फिलिस्तीन के समर्थन में आंदोलन करने वाले विद्यार्थियों को बंदी बनाए जाने का प्रकरण
फिलिस्तीन के समर्थन में आंदोलन करने वाले विद्यार्थियों को बंदी बनाए जाने का प्रकरण
डर और खतरा दोनों में मूलभूत भेद भी न जानने वालों *का भारत की भूमिका के विषय में न बोलना ही समझदारी होगी !
दुनिया को प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए कॅनडा में चल रही अंतरराष्ट्रीय वार्ता समिति की चौथे दौर की वार्ता व्यर्थ रही। प्लास्टिक उत्पादन को कम करने पर दुनिया भर के अधिकांश देशों में आम सहमति का अभाव था।
भारत शीघ्र ही हिन्दू राष्ट्र होगा, यह पत्थरकी लकीर है । इसलिए कोई कितना भी हिन्दूद्वेषी हो और इस संदर्भ में कितना भी विषवमन करे, उसका कोई प्रभाव इसपर नहीं होगा, यह बात वे समझ लें !
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मुख्य संदेहास्पद आरोपी के रूप में पंजाब पुलिस को, साथ ही अन्य राज्यों की पुलिस को वह चाहिए था ।
क्या पाकिस्तान में हिन्दुओं के मूल पर घाव करनेवाला ‘लव जिहाद’ अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एवं साम्यवादी प्रसारमाध्यमों को दिखाई नहीं देता ?
जब तक भारत में हिन्दू राष्ट्र स्थापित नहीं होगा, तब तक भारत के तथा विदेश के, विशेषकर इस्लामी देशों के हिन्दुओं की रक्षा नहीं होगी, यही वास्तविकता है !
विशेषता यह है कि इसके पूर्व ऐसे खालिस्तान समर्थक संगठनों की कार्यवाहियों को अमेरिका ने अभिव्यक्ति स्वतंत्रता की कक्षा में रखा था ।
पाकिस्तान की संसद में मौलाना (इस्लाम का अध्ययनकर्ता) फजल ऊर रहेमान की पाकिस्तान को नसीहत !
भारत पर निराधार आरोप लगानेवाला ‘वॉशिंग्टन पोस्ट’ अमेरिका में भारतीय छात्रों की एक के बाद एक हो रही हत्याओं के प्रकरण में मुंह में दही जमाए बैठा है, यह ध्यान में रखें !