Indian Embassy Attack Case : भारतीय दूतावास पर खालिस्तानियों द्वारा किए आक्रमण के प्रकरण में अमेरिका १ वर्ष के उपरांत कर रहा है कार्यवाही !

वाशिंगटन (अमेरिका) – अमेरिका के सॅन फ्रांसिस्को में १८ मार्च, २०२३ के दिन भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हुए खालिस्तानियों के आक्रमण के प्रकरण में सरकार ने १० आरोपियों के विरोध में लुकआउट नोटिस (भागे आरोपियों को खोजने की एक प्रक्रिया) प्रसारित करने की प्रक्रिया चालू की है । ‘इस आक्रमण में सहभागी खालिस्तानी संगठनों को आगे से आंदोलक न मानकर उन पर अपराधी के रूप में कार्रवाई की जाएगी’, ऐसा अमेरिका की अपराध जांच शाखा ‘एफ.बी.आई.’ ने बताया । एफ.बी.आई. ऐसे संगठनों पर फौजदारी कानून के अनुसार कार्यवाही करने की योजना बना रही है और अनेकों के नाम भी तय किए हैं । विशेषता यह है कि इसके पूर्व ऐसे खालिस्तान समर्थक संगठनों की कार्यवाहियों को अमेरिका ने अभिव्यक्ति स्वतंत्रता की कक्षा में रखा था ।

१. आक्रमण के समय खालिस्तानियों ने वाणिज्य दूतावास में घुसकर आग लगाने का प्रयास किया था । इस आक्रमण में दूतावास की हानि हुई थी, तथा कुछ अधिकारी घायल हो गए थे । इसके उपरांत भी ,अर्थात १ जुलाई ,२०२३ की मध्यरात्रि खालिस्तानी पुनः दूतावास में घुसे और उन्होंने आग लगाने का प्रयास किया था ।

२. एफ.बी.आई. के अधिकारियों ने बताया कि खालिस्तानी अपराधियों के नाम और वीजा के अतिरिक्त बायोमेट्रिक की (हाथ के छाप आदि जानकारी) जानकारी दें । इस जानकारी से अपराधियों को खोजना सरल होगा ।

३. एफ.बी.आई. खालिस्तानी संगठनों को मिलने वाले आर्थिक स्त्रोत की भी जांच कर रही है । खालिस्तानी संगठनों के समर्थक तस्करी जैसे अपराधों में सहभागी हैं, ऐसा इसके पहले ही उजागर हुआ है ।

संपादकीय भूमिका

१ वर्ष के उपरांत अमेरिका इस विषय में कार्यवाही करता है, इस पर कैसे विश्वास रख सकते हैं ? विश्व को और भारत को दिखाने के लिए अमेरिका कार्यवाही करने का नाटक कर रहा है क्या , यह देखना चाहिए । अमेरिका भारत का मित्र नहीं, यह हमेशा ध्यान में रखना चाहिए !