मारे गए आतंकवादियों के बच्चों की छात्रवृत्ति में दोगुनी वृद्धि करने के जम्मू-कश्मीर प्रशासन के प्रस्ताव का राष्ट्रप्रेमियों ने किया विरोध
मारे गए आतंकवादियों के बच्चों को वर्ष २००८ से अर्थात तत्कालीन कांग्रेस सरकार के शासनकाल में छात्रवृत्ति दी जाती है । इस योजना के अंतर्गत प्रतिमाह ७५० रुपए दिए जाते हैं । अब यह छात्रवृत्ति को दोगुनी करने का प्रस्ताव लाया गया है, जिसका राष्ट्रप्रेमियों ने तीव्र विरोध किया है ।