नई देहली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने आकाशवाणी पर उनके मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में प्रतिपादित किया कि, हमारे देश की ओर आंखें उठाकर देखनेवालों को भारत ने सबक सिखाया है । भारतीय सैनिकों ने दिखा दिया है कि, भारत माता की ओर जो आंखें उठाकर देखेगा, तो उनकी आंखें निकालने की शक्ति हममें है ।
लद्दाख में भारत की भूमि पर आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला है।
भारत मित्रता निभाना जानता है, तो आंख में आंख डालकर उचित जवाब देना भी जानता है।
भारत माता की रक्षा के जिस संकल्प से हमारे जवानों ने बलिदान दिया है, उसी संकल्प को हमें भी जीवन का ध्येय बनाना है। #MannKiBaat pic.twitter.com/jQvHJZPVyp
— Narendra Modi (@narendramodi) June 28, 2020
मोदीजी आगे कहा कि, ‘जो सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए हैं, उनके लिए संपूर्ण देश को अत्यधिक दुःख है; परंतु जिन परिवारों के सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए हैं, उन्होंने भी कहा है कि वे परिवार के दूसरे बच्चों को सेना में ही भरती करेंगे । वीर-सपूतों के परिवारों के प्रति देश को अभिमान है ।’
५० संकट आएं, तो भी डगमगाएं नहीं !
मोदीजी ने कहा कि, ‘इस वर्ष देश में एक के पीछे एक अनेक संकट आते रहे । वर्षभर में एक अथवा ५० समस्याएं आने दें, उनके कारण डगमगाने की आवश्यकता नहीं है । कुछ दिन पूर्वी तट पर ‘अम्फान’ तथा पश्चिम तट पर ‘निसर्ग’ चक्रवात आया था । कुछ स्थानों पर किसान बंधु टिड्डियों के आक्रमण से पीडित हैं । कुछ क्षेत्रों में छोटे-छोटे भूकंप रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं । इन सबके बीच ही पडोसी देशों द्वारा कुछ न कुछ चल रहा है । सैकडों वर्षों से देश पर आक्रमण हुए, उस समय भी अनेक लोगों को लग रहा था कि भारत की संरचना, संस्कृति समाप्त हो जाएगी; परंतु भारत उनमें से भी अधिक भव्य बनकर आगे आया । भारत में अनेक समस्याएं आईं, तब नई बातों की निर्मिति हुई, नया साहित्य रचा गया, नए आविष्कार हुए, नए सिद्धांत निश्चित हुए । भारत सदैव ही सफलता की सीढियां चढता रहा । इसी भावना से आज भी हमें आगे बढते रहना है ।’