अफगानिस्तान को स्वयं की लडाई स्वयं ही लडनी पडेगी ! – अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन

पहले अफगानिस्तान की रक्षा का दायित्व अमेरिका ने लिया था ; परंतु, अब अमेरिका अपना दायित्व अफगानिस्तान पर ही मढ रहा है । इससे अमेरिका का वास्तविक स्वरूप ध्यान में आता है !

आतंकवादियों को होने वाली आर्थिक सहायता और तकनीकी सहायता रोकने के लिए प्रयास करेंगे !

भारत इस परिषद का अगस्त माह के लिए अध्यक्ष बना है, तो वर्ष २०२१-२२ के काल में अस्थायी सदस्य भी है । सदस्य देशों को एक-एक माह के लिए अध्यक्ष पद मिलता है ।

भारत 1 महीने के लिए बना ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद’ का अध्यक्ष !

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत टी एस मूर्ती ने कहा है कि भारत समुद्री रक्षा, शांति रक्षा एवं आतंकवाद रोकना, इन तीन प्रमुख बातों पर काम करेगा ।

निरंतर १० वर्षों तक, प्रतिदिन १७ मिनट स्मार्टफोन का उपयोग करने से, कर्क रोग होने की ६० प्रतिशत संभावना ! – शोध के निष्कर्ष

संयुक्त राज्य अमेरिका में वैज्ञानिकों ने दावा किया है, कि लगातार १० वर्षों तक प्रतिदिन १७ मिनट तक स्मार्टफोन का उपयोग करने से कर्क रोग (कैंसर) की संभावना ६० प्रतिशत तक बढ जाती है ।

अमेरिका में पुनः मिल रहे हैं कोरोना के सर्वाधिक रोगी !

जिन नागरिकों ने टीके की दोनों खुराक ले ली हैं, उन्हें भी पुनः मास्क पहनना होगा !

वर्ष २०३० में चंद्रमा की कक्षा में परिवर्तन होने के फलस्वरूप पृथ्वी पर जलप्रलयसम परिस्थिति निर्माण होगी  ! – नासा

वैश्विक जलवायु परिवर्तन पृथ्वी के वायुमंडल को प्रभावित कर रहा है। अंटार्कटिका में हिमनग  पिघल रहे हैं। जिसके फलस्वरूप  समुद्र तटीय नगरों में जल स्तर बढ़ रहा है ।

यदि आप निरंतर १० वर्षों तक, प्रतिदिन १७ मिनट स्मार्टफोन का उपयोग करते करते हैं, तो आपको कर्क रोग (कैंसर) होने की ६० प्रतिशत संभावना है ! – शोध के निष्कर्ष

विज्ञान ने चाहे कितने भी नये शोध किए हों और यह कहा जाए कि वे ‘मानव कल्याण के लिए हैं ’, वास्तव में वे हानिकारक ही होते हैं ; यही बात सामने आ रही है । यह ध्यान रहे !

ब्रह्मांड में स्थित अन्य ग्रहों पर भी जीवसृष्टि का अस्तित्व ! – नासा के प्रमुख बिल नेल्सन

उच्च कोटि के संतों को इसकी जानकारी है । उन्होंने कहा है कि वे ऐसे जीवसृष्टिवाले ग्रहों पर सूक्ष्मदेह से जाकर भी आते हैं और वहां की जीवसृष्टि को देखते भी हैं । धर्मग्रंथों में इसके विविध उदाहरण भी उपलब्ध हैं ।

अमेरिका के ३६ राज्यों द्वारा गूगल प्रतिष्ठान के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट !

गूगल की दादागिरी स्वयं के देश में भी दिखाई देती है । इसलिए अब जागतिक स्तर पर ही गूगल की लगाम कसने के लिए संगठित प्रयास होने चाहिए  !