वर्ष २१०० तक मुंबई सहित भारत के समुद्री किनारे पर बसे १२ शहर पानी के नीचे जाएंगे !

विज्ञान द्वारा की तथाकथित प्रगति का परिणाम !

न्यूयॉर्क (अमेरिका) – अमेरिका की आंतरिक्ष शोध संस्था ‘नासा’ की रिपोर्ट के अनुसार जलवायु परिवर्तन के संकट के कारण आगे के ८० वर्षों में अर्थात वर्ष २१०० तक भारत के समुद्री किनारों पर बसे मुंबई सहित १२ शहर ३ फुट पानी के नीचे जाने की संभावना है । इसमें कांडला, ओखा, भावनगर, मुंबई, मंगलूरू, कोचीन, पारादीप, खिदीरपूर, विशाखापट्टनम, चेन्नई और तुतीकोरिन शामिल है । इसके अतिरिक्त समुद्र और नदियों के पास स्थित भूमि का क्षेत्रफल कम होने वाला है ।

१. ‘नासा’ की रिपोर्ट में कहा गया है कि, वर्ष २१०० तक विश्व का तापमान तीव्र गति से बढेगा । भविष्य में लोगों को तेज गरमी का सामना करना पडेगा । यदि कार्बन उत्सर्जन और प्रदूषण रुका नहीं, तो तापमान लगभग ४.४ अंश सेल्शियस में बढेगा । आगे के २ दशकों में तापमान में १.५ अंश सेल्शियस की बढोतरी होगी । इस कारण हिम नदियां पिघलेंगी, जिसका पानी मैदानी और समुद्री भागों में विनाश लाएगा ।

२. ‘नासा’ ने ऑनलाइन ‘सी लेवल प्रोजेक्शन टूल’ (समुद्री स्तर का अंदाज लेने वाला साधन) बनाया है । इसके द्वारा समुद्री किनारों पर आने वाले विनाश से लोगों का जीवन बचाना संभव होगा और उनकी संपत्ति अन्य स्थानों में स्थानांतरित करना संभव होगा । इस ऑनलाइन साधन के द्वारा भविष्य के विनाश की स्थिति अर्थात् बढने वाला समुद्री स्तर जाना जा सकता है ।