संभल (उत्तर प्रदेश) में एक साधु की नृशंस हत्या !

  • उत्तर प्रदेश में प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ योगी आदित्यनाथ  सत्ता में हैं । एक ‘योगी’ के राज्य में  ‘संत-महंत’ कैसे मारे जा सकते हैं ? वहां संत-महंतों की हत्या होना हिन्दुआें को अपेक्षित नहीं है । ! संतों और महंतों की हत्या को रोकने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने अब कठोर से कठोर कदम उठाना अपेक्षित है ! 
  • संतों और महंतों की बढती  हत्याओं को रोकने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही आवश्यक !
महंत भरत

संभल (उत्तर प्रदेश) – संभल (उत्तर प्रदेश) में एक झारखंडी  मंदिर के महंत की नृशंसता से हत्या कर दी गई । उनका नाम भरत है । पुलिस ने प्रकरण में मोनू वाल्मिकी नाम के युवक को बंदी बनाकर उसके पास से एक शस्त्र हस्तगत किया है।

पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा ने कहा, ‘‘९ जुलाई को सवेरे घटना की सूचना मिलते ही पुलिस घटना स्थल  पर पहुंची ।पुलिस ने महंत के शव को शवविच्छेदन के लिए भेज दिया है । न्यायवैद्यक (फॉरेंसिक) विशेषज्ञ एवं श्वान पथक  दल को भी घटनास्थल  पर बुलाया गया । आगे की पूछताछ में पुलिस को पता चला कि महंत भरत का दो दिन पहले एक युवक से विवाद हो गया था । पुलिस ने उस दिशा में अन्वेषण करने के उपरांत  मोनू को बंदी बनाया  है । पुलिस की पूछताछ में मोनू ने स्वीकार किया कि ”महंत भरत मेरा दुष्प्रचार कर रहे थे, जिसके कारण क्रोधावेश में  मैंने ८ जुलाई की रात महंत की लोहे की छड़  से हत्या कर दी । ” महंत भरत मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले थे । वे पिछले ८ वर्ष  से संभल जिले के गुमसानी गांव में झारखंडी मंदिर में रह रहे  थे ।