स्वतंत्रता के ७४ वर्षों में सभी दलों के शासनकर्ताओं ने इस दिशा में कुछ भी प्रयास नहीं किया है । इसलिए देश जनसंख्या विस्फोट की कगार पर खडा है । अब जनसंख्या को नियंत्रित करने के प्रयास करने पर थोडा बहुत प्रभाव होगा, ऐसी ही अपेक्षा हम कर सकते हैं !
लक्ष्मणपुरी (उत्तरप्रदेश) – बढती जनसंख्या विकास के लिए बाधक होती है। जनसंख्या नियंत्रण के लिए इससे अधिक प्रयासों की आवश्यकता है, ऐसा प्रतिपादन उत्तर प्रदेश के मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में प्रस्तावित जनसंख्या नियंत्रण कानून के संबंध में बात करते समय किया ।
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— AajTak (@aajtak) July 11, 2021
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि,
१. इस संदर्भ में जागरूकता की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है । प्रत्येक नागरिक से जनसंख्या नीति का संबंध है।बढती जनसंख्या गरीबी का कारण है । २ बच्चों के मध्य में उचित अंतर होना चाहिए ।यदि उनके मध्य में उचित अंतर नहीं है, तो उनका पोषण भी अच्छा नहीं होता । उसपर भी प्रभाव पडता है । गरीबी एवं बढती जनसंख्या एक दूसरे से जुडे हुए हैं ।
२. सरकार ने समाज के विभिन्न घटकों को ध्यान में रखते हुए जनसंख्या नियंत्रण नीति लागू करने का निर्णय लिया है । इसका संबंध न केवल जनसंख्या नियंत्रण से ही है, अपितु प्रत्येक नागरिक के जीवन में सुख एवं-समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करने से भी है ।
उत्तर प्रदेश सरकार की ‘जनसंख्या नीति’ के अंतर्गत क्या होगा ?
वर्ष २०२१ से २०३० के लिए प्रस्तावित ‘जनसंख्या नियंत्रण नीति’ के अंतर्गत परिवार नियोजन कार्यक्रम के माध्यम से गर्भनिरोधक उपायों की सुविधा बढाई जाएगी । उसी प्रकार सुरक्षित गर्भपात प्रणाली भी स्थापित की जाएगी । इसमें ११ से १९ वर्ष की आयु के युवाओं को पोषण, शिक्षा एवं स्वास्थ्य की सुविधाएं प्रदान करने के साथ साथ वृद्ध व्यक्तियों की देखभाल के लिए व्यापक व्यवस्था करने का भी समावेश है ।