कोरोना काल में भारत की सहायता करने के नाम पर पाकिस्तानी संस्थाओं द्वारा करोडों रुपए का चंदा इकट्ठा किया गया !

‘डिसइन्फो लैब’ द्वारा प्रकाशित ब्योरे में यह आशंका व्यक्त की गई है कि कोरोना की दूसरी लहर के कारण जहां भारत में हाहाकार मची थी, उसी समय भारत की सहायता करने के नाम पर अमेरिका और पाकिस्तान की कुछ सेवा संस्थाओं ने करोडों रुपए का चंदा इकट्ठा किया ।

गलवान घाटी में संघर्ष के बाद भारत की ओर से सीमा पर ५० सहस्र सैनिक तैनात ! – ‘ब्लूमबर्ग’ समाचार संस्था की दावा

भारत का यह कदम ऐतिहासिक है, ऐसा समाचार ‘ब्लूमबर्ग’ समाचार संस्था ने दिया है ।

पश्चिम बंगाल से रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकाला जाए ! – उच्चतम न्यायालय में याचिका 

याचिका में यह भी मांग की गई है, कि केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकार को एक वर्ष के भीतर सभी घुसपैठियों को बाहर निकालने की समय सीमा दी जाए ।

कोरोना से मरने वालों की संख्या बढती ही जाएगी, अत: प्रत्येक परिवार को ४ लाख रुपये नहीं दिये जा सकते !

कोरोना के कारण मरने वालों की संख्या बढती रहेगी और प्रत्येक परिवार को ४ लाख रुपये देना संभव नहीं है, क्योंकि, सरकार की वित्तीय सीमाएं हैं ।

ट्विटर की ओर से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का एकाउंट एक घंटे के लिए बंद !

भारत के केंद्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद का ट्विटर एकाउंट ट्विटर की ओर से १ घंटे के लिए बंद किया गया था ।

दिल्ली की आप सरकार ने आवश्यकता से ४ गुना अधिक ऑक्सीजन की मांग की ! – उच्चतम न्यायालय की समिति की रिपोर्ट

दिल्ली के अस्पतालों में बेड की उपलब्धतानुसार २८९ मीट्रिक टन ऑक्सीजन का प्रयोग हुआ बताया जा रहा है ।

आपातकाल को ४६ वर्ष पूर्ण होने के निमित्त प्रधानमंत्री मोदी ने की कांग्रेस की आलोचना !

वर्ष १९७५ से १९७७ के अवधि में, अनेक संस्थाओं का सुनियोजित पद्धति से विनाश हुआ ।

टीके की दोनों खुराक लेने के उपरांत यदि कोरोना हुआ, तो अस्पताल में भर्ती होने की संभावना कम ! –  भारतीय चिकित्सा शोध परिषद (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च )

देश में कोरोना टीके की दोनों खुराक लिए हुए ७६ प्रतिशत  लोगों में कोरोना संक्रमण के प्रकरण दिखाई दिए हैं; परंतु एेसों को चिकित्सालय भर्ती करने की संभावना अत्यल्प है ।