Madhubani Maulavi Rapes Minor : मधुबनी (बिहार) में मदरसे के मौलवी द्वारा नाबालिग लडकी के साथ बलात्कार !

पीडिता घटना किसी को न बताए, इसलिए मौलवी ने उसे कुरआन की शपथ दिलाई

(मौलवी अर्थात इस्लाम का धार्मिक नेता)

मधुबनी (बिहार) – बिहार के मधुबनी में मदरसे के एक मौलवी ने एक नाबालिग लडकी के साथ  बलात्कार किया । यहां के मदरसे के  मौलवी ने पीडित नाबालिग लडकी के साथ अनेक बार बलात्कार किया । पीडिता ७ महीनों की गर्भवती होने पर यह कांड उजागर हुआ । आरोपी मौलवी फरार है । उसे बंदी बनाने के लिए पुलिस सर्वत्र छापे मार रही है ।

इस संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार पीडित लडकी ट्युशन के लिए मदरसे में जाती थी । अन्य छात्र घर जाने के उपरांत मौलवी उसे थाम लेता और उसके साथ बलात्कार करता था । प्रति दिन वह उसे हत्या की धमकी देता था । इतना ही नहीं, अपितु लडकी यह बात किसे न बताए, इसलिए मौलवी ने उसे कुरआन की शपथ दिलाई थी । जब लडकी ७ महीनों की गर्भवती हुई, तब यह कांड उजागर हुआ । अल्लाह के भय से पीडित लडकी ने अपने अभिभावकों से यह बात छिपाई । जब वह सात महीनों की गर्भवती हुई, तब उसकी मां ने उसे प्रश्न पूछा । तदुपरांत उसने पूरी घटना अपनी मां को बताई । पीडित लडकी के घर में बवाल मच गया है ।

ग्रामवासियों ने ही मदरसे में लगाया ताला !

सरकारी व्यवस्था कुछ भी नहीं करेगी, इसकी निश्चिति होने से अब जनता ही ऐसे कृत्य रोकने के लिए पहल कर रही है, ऐसा किसी को लगे, तो उसमें गलत क्या है ?

यह जानकारी मिलते ही ग्रामवासी आक्रोशित हुए । उन्होंने मदरसे में ताला लगा दिया और मौलवी के विरूद्ध प्रदर्शन किए । मदरसों में जानेवाले छात्रों ने मदरसे के प्रमुख मौलवी कारी शाहनवाज पर गंभीर आरोप किए हैं । यह घटना उजागर होने पर खुटोना पुलिस थाने में कारी शाहनवाज के विरूद्ध अपराध प्रविष्ट किया गया है । इस मामले में पुलिस आगे की जांच कर रही है ।

संपादकीय भूमिका 

  • मदरसों में निरंतर घटनेवाली ऐसी घटनाओं से ‘मदरसे अर्थात वासना पूर्ति के अड्डे’ ऐसा चित्र निर्माण हुआ है । इस संदर्भ में एक भी मुसलमान नेता, पुरोगामी (आधुनिकतावादी) अथवा प्रसारमाध्यम मुंह नहीं खोलते, यह समझ लें !
  • ऐसी और कितनी घटनाओं के उपरांत सरकार मदरसों पर प्रतिबंध लगानेवाली है ?
  • आधुनिकीकरण के नाम पर मदरसों को लाखो रुपयों का अंशदान देनेवाली स्थानीय स्वराज्य संस्थाए, राज्य सरकारे और केंद्र सरकार क्या अभी तो मदरसों का यह वास्तव ध्यान में लेंगे ?