ईश्वर की कृपा से कोई दुर्घटना नहीं हुई !
देहरादून (उत्तराखंड) – चारधाम यात्रा १० मई को आरंभ हो गई । इसके दूसरे ही दिन २२ हजार श्रद्धालु केदारनाथ पहुंचे, तो गंगोत्री में ५ हजार २७७ श्रद्धालु पहुंचे । इस समय यमुनोत्री के केवल ५-६ फुट चौड़े ४ किमी मार्ग पर ८ हजार श्रद्धालु पहुंच गए ! इससे वहां प्रचंड भीड़ हो गई । वस्तुत:, इस मार्ग की क्षमता एक समय में १-२ हजार यात्रियों की ही है । फिर भी वहां भगदड़ नहीं हुई, यह ईश्वर की कृपा ही मानी जाएगी । इससे स्पष्ट होता है कि प्रशासन की ओर से भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था नहीं की गई थी । इस घटना के कारण तीसरे दिन, अर्थात १२ मई को प्रशासन ने श्रद्धालुओ से यमुनोत्री न जाने का अनुरोध किया ।
On the second day of the #ChardhamYatra, there was a huge crowd on #Yamunotri's narrow 4 km route – This reveals that the administration did not plan for crowd management.
Fortunately no mishaps occurred !
Due to this incident, on the third day, that is May 12, the… pic.twitter.com/3GmKR8KMFI
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) May 12, 2024
समुद्रतल से १० हजार ७९७ फुट ऊंची जानकी चट्टी से यमुनोत्री मंदिर तक के मार्ग पर भीड़-ही-भीड़ थी । एक ओर पहाड़ तो दूसरी ओर गहरी खाई थी । ऊपर से वर्षा और कड़ाके की ठंड । भीड में छोटे बच्चे, वृद्ध, महिला और सैकड़ों खच्चर भी थे । ऐसी स्थिति में यदि एक भी खच्चर भड़क गया होता, तो हजारों श्रद्धालुओं के प्राण संकट में पड़ सकते थे । यह स्थिति २४ घंटे तक बनी रही । अंततः, राज्य आपदा प्रबंधन दल ने इस भीड़ का प्रबंधन अपने हाथों में लिया । इस घटना का विडियो सामाजिक माध्यमों में प्रसारित हो रहा है ।