लंदन (ब्रिटेन) – ब्रिटेन ने उसके देश में आने आने की इच्छा रखने वाले अफगानिस्तान, पाकिस्तान और इंडोनेशिया देश के धर्मांध इस्लामी धार्मिक नेताओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है । इस संबंध में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने योजना बनाई है । इस योजना के अंतर्गत एक सूची बनाई जाएगी । इस सूची में होनेवाले लोगों को ब्रिटेन में प्रवेश नहीं दिया जाएगा । इन लोगों द्वारा ब्रिटिश वीजा के लिए अर्जी करते ही उनके नाम संगणक प्रणाली द्वारा जांचे जाएंगे । प्रतिबंधित लोगों की सूची में उनका समावेश होने की बात सामने आने पर उन्हें प्रवेश नहीं मिलेगा ।
१. इसराइल-हमास युद्ध चालू होने से ब्रिटेन में फिलिस्तीन के समर्थन में अनेक प्रदर्शन हुए । पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच में मारपीट हुई । ब्रिटिश सांसदों को खुलेआम धमकियां दी गईं ।
२. हाल ही में ब्रिटिश सरकार के सलाहकार लॉर्ड वेले ने एक ब्योरे में कहा था कि दक्षिणपंथी और मूलतत्ववादी गुट इस्लामी गुटों से हाथ मिलाकर ब्रिटेन के लिए खतरा निर्माण करने का षड्यंत्र रच रहे हैं । साम्यवादी और इस्लामी कट्टरपंथी अब समान रूप से खतरा है ।
३. ब्रिटेन के गृहमंत्रालय ने एक निवेदन प्रसारित करते हुए कहा था कि, ब्रिटेन में कट्टरवाद को स्थान नहीं । कट्टरवाद हम सहन नहीं करेंगे । हाल ही के कुछ महीनों में कुछ लोगों ने हिंसा फैलाने का षड्यंत्र रचा था । ऐसे लोगों पर कार्यवाही करने के लिए हमने पुलिस को खुली छूट दी है ।
४. ब्रिटेन के पूर्व गृहसचिव ने हाल ही में कहा था कि, यदि कट्टरपंथी गुटों पर प्रतिबंध नहीं लगाया, तो देश की सुरक्षा के सामने गंभीर खतरा निर्माण होगा ।
संपादकीय भूमिकाभारत में इस प्रकार के धर्मांधों को देश से बाहर निकालने की आवश्यकता है ! |