नई देहली – भविष्य में हम किसी भी रोहिंग्या को देश में आने नहीं देंगे । वे पहले से ही हमारे लिए बोझ बन चुके हैं, ऐसे शब्दों में बांग्लादेश के सडक परिवहन और राजमार्ग मंत्री ओबेदुल कादिर ने बताया । रोहिंग्याओं से बांग्लादेश को आनेवाली समस्याओं को लेकर पत्रकारों से वार्तालाप करते समय उन्होंने यह जानकारी दी । ‘देश को मिलनेवाली विदेशी सहायता पहले से ही अल्प हुई है; ऐसे में इन लोगों को आधार कैसे मिलेगा?’, ऐसा प्रश्न भी कादिर ने उपस्थित किया ।
हमारी सुरक्षा के लिए रोहिंग्या घातक हैं !
बांग्लादेश के शरणार्थी सहायता और प्रत्यार्पण आयुक्त महंमद मिजानूर रहमान ने कहा कि म्यांमार की सरकार और विद्रोहियों में चल रहे युद्ध के कारण सहस्रो लोग बांग्लादेश में प्रवेश करने हेतु म्यांमार सीमा पर एकत्रित हुए हैं । उनमें से अधिकांश चकमा समाज के लोग और रोहिंग्या हैं । बांग्लादेश पहले से ही रोहिंग्याओं के बोझ के नीचे दबा हुआ है । इस घटना को ७ वर्ष पूरे हुए हैं और अभी तक बांग्लादेश में रह रहे रोहिंग्याओं को उनके देश में भेजा नहीं गया है । अब ये लोग हमारे लिए तथा हमारी सुरक्षा के लिए घातक बन गए हैं ।
We wont let in anymore Rohingya refugees, they are a burden on us. – Bangladesh
👉 It is estimated that more than 8 lakh #Rohingya Mu$|!m$ have been living in #Bangladesh as refugees for the past few years.
It is evident that the behavior of these Mu$|!m immigrants has forced… pic.twitter.com/ezeioH7KW3
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 8, 2024
संपादकीय भूमिकाबांग्लादेश में लगभग ८ लाख से अधिक रोहिंग्या मुसलमान शरणार्थी बनकर पीछले कुछ वर्षाें से रह रहे हैं ।यह स्पष्ट है कि उनके आचरण को देखकर ही बांग्लादेश अब और रोहिंग्याओं को प्रवेश देना नहीं चाहता । ‘भारत में रहनेवाले रोहिंग्याओं को कब हकाल देंगे ?’ यह प्रश्न अभी भी अनुत्तरित ही है ! |