३० लाख हिन्‍दुओं ने किए श्री रामलला के दर्शन : १५ करोड रुपए अर्पण जमा !

सोने-चांदी की वस्‍तुओं के रूप में भी बडी मात्रा में दान !

अयोध्‍या (उत्तर प्रदेश) – पिछले माह श्री रामलला की प्राणप्रतिष्ठा के उपरांत २३ जनवरी से श्रीराममंदिर सभी के लिए खोल दिया गया । प्रथम १५ दिनों में पूरे देश से ३० लाख से अधिक रामभक्‍तों ने आराध्‍य श्रीरामजी के दर्शन किए । इस कालावधि में मंदिर में जमा हुए अर्पण की गिनती की गई है । मंदिर की ६ दानपेटियां, साथ ही परिसर की १० पेटियां खोली गईं । इनमें से तथा अन्‍य मार्ग से कुल १५ करोड रुपए अर्पण की राशि जमा हुई है ।

१. प्रथम १५ दिनों में रामभक्‍तों की अत्‍यंत भीड के कारण अर्पण पेटियां नहीं खोली गई थीं । इन पेटियों में बडी मात्रा में सोने-चांदी के अलंकार भी प्राप्‍त हुए हैं ।

२. श्री रामलला के दर्शन के लिए औसतः २ लाख भक्‍त आ रहे हैं ।

३. ४ फरवरी की रात्रि को ‘स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया’ के कर्मचारियों के साथ १५ सदस्‍यों के दल ने सीसीटीवी कैमरे के निरीक्षण में ६ दानपेटियां खोलीं एवं पाई गईं वस्‍तुएं सुरक्षित रखीं ।

(कोट) दान का लेखा प्रतिदिन न्‍यास के कार्यालय में जमा होता है ! – राममंदिर न्‍यास कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्‍ता 

मंदिर खोलने के उपरांत प्रथम पक्ष में भिन्‍न भिन्‍न माध्‍यमों द्वारा १५ करोड रुपए दान-स्‍वरूप प्राप्‍त हुए हैं । भक्‍त सीधे ही परमेश्‍वर को भोग चढा रहे हैं । मंदिर परिसर में निर्माण की गई १० अर्पण पेटियों के स्‍थल पर न्‍यास के कर्मचारी नियुक्‍त किए गए हैं । दान देने के उपरांत पावती (रसीद) भी दी जाती है । दान का लेखा प्रतिदिन सायंकाल में न्‍यास के कार्यालय में जमा किया जाता है ।

संपादकीय भूमिका 

  • ऐसा कहने में आपत्ति नहीं की, हिन्‍दुओं के देवी-देवताओं की व्‍यर्थ आलोचना कर उनकी बुद्धि में भ्रम उत्‍पन्‍न करनेवाले पुरो(अधो)गामियों के मुख पर यह तमाचा है ! 
  • इतनी बडी मात्रा में अर्पण एकत्रित होता देखकर, यदि कोई कहे, ‘यह धन निर्धनों में बांट दो’, अथवा ‘यह धन विकासकार्य के लिए दो’, तो हिन्‍दुओं को वह अनदेखा करना चाहिए !