हिंसा के पीछे दरगाह प्रमुख अब्बास सिद्दीकी तथा उनके भाई, इंडियन सेक्युलर फ्रंट पार्टी के विधायक नौशाद सिद्दीकी का हाथ है !

कोलकाता (बंगाल) – मुर्शिदाबाद के उपरांत १५ अप्रैल की शाम को बंगाल के दक्षिण २४ परगना जिले के भांगड़ में मुसलमानों ने हिंसा तथा आगजनी की । इस बार हिन्दुओं तथा पुलिस दोनों पर आक्रमण किया गया । कई वाहनों में आग लगा दी गई । मुसलमानों ने वक्फ अधिनियम के विरुद्ध प्रदर्शन करते हुए यह हिंसा की । पुलिस ने इस प्रकरण में अब तक २ लोगों को बंदी बनाया है । इस हिंसा के पीछे फुरफुरा शरीफ दरगाह के प्रमुख पीरजादा अब्बास सिद्दीकी एवं उनके भाई इंडियन सेक्युलर फ्रंट के विधायक नौशाद सिद्दीकी का हाथ होने की बात सामने आ रही है ।
After Murshidabad, now violent incidents by fanatic mobs erupt in Bhangar, South 24 Parganas!
Behind the violence: Dargah chief Abbas Siddiqui and his brother Naushad Siddiqui, MLA from the Indian Secular Front!
Will the so-called “secular” political parties, organisations, and… pic.twitter.com/noZg1yeRGS
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) April 15, 2025
१. पुलिस सूत्रों एवं स्थानीय लोगों का कहना है कि अब्बास सिद्दीकी तथा उनकी पार्टी इंडियन सेक्युलर फ्रंट ने हिंसा की आग में घी डालने का कार्य किया । सिद्दीकी ने स्वयं मुसलमानों को वक्फ अधिनियम के विरुद्ध भड़काया था, जिसके कारण यहां हिंसा हुई । विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व विधायक नौशाद सिद्दीकी ने किया । स्थानीय लोगों का दावा है कि सिद्दीकी ने वक्फ अधिनियम को ‘मुसलमानों पर आक्रमण’ बताकर मुसलमानों को भड़काया ।
२. अक्टूबर २०२१ में फुरफुरा शरीफ दरगाह के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने कहा था कि ‘बांग्लादेश में दुर्गा पूजा मंडपों में कुरान की प्रतियां रखने वाले लोगों का सिर काट दिया जाना चाहिए’ । सिद्दीकी ने दुर्गा पूजा जैसे हिन्दू त्योहारों में भाग लेने के लिए मुसलमानों की आलोचना करते हुए कहा था कि अगर उन्हें ऐसे त्योहारों में इतनी रुचि है, तो उन्हें इस्लाम छोड़ देना चाहिए । (ऐसी बातें करनेवाला व्यक्ति जेल में क्यों नहीं है ? हिन्दुओं को तृणमूल कांग्रेस सरकार से यह प्रश्न पूछना चाहिए ! – संपादक)
संपादकीय भूमिका
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