ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश में ‘इंडिया बायकॉट’ नाम से भारत-विरोधी आंदोलन चलाया जा रहा है । यहां के प्रमुख विरोधी दल ‘बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी’ (बी.एन.पी.) से संबंधित राजनीतिक दल ‘जन अधिकार परिषद’ ने सामाजिक माध्यमों के द्वारा यह आंदोलन आरंभ किया है । इसके माध्यम से भारतीय उत्पादों को लक्ष्य किया जा रहा है । लोगों को भारतीय उत्पादों का बहिष्कार करने के लिए कहा जा रहा है । इसमें विशेष बात यह है कि यह आंदोलन डॉ. पिनाकी भट्टाचार्य ने आरंभ किया है । भट्टाचार्य भले ही हिन्दू हो; किंतु है हिन्दूद्रोही तथा बांग्लादेश के धर्मांधों का समर्थक है । इस आंदोलन में लगभग ५ लाख लोग सम्मिलित हुए हैं ।
(सौजन्य : StudyIQ IAS)
१. भारत ने आम चुनाव में प्रधानमंत्री शेख हसीना को समर्थन देकर हमारी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप किया है, यह आरोप बी.एन.पी. ने लगाया है । इसे आधार बनाकर यह आंदोलन चलाया जा रहा है ।
२. भारत बांग्लादेश को प्रतिवर्ष १ करोड़ १६ लाख करोड़ रुपए की वस्तुएं भेजता है । बांग्लादेश भारत पर अनेक बातों के लिए निर्भर है; फिर भी वहां भारतीय उत्पादों के विरुद्ध आंदोलन चलाया जा रहा है ।
संपादकीय भूमिकाबांग्लादेश के विरोधी दल कट्टर जिहादी विचारधारा के होते हैं; इसलिए ऐसा होना आश्चर्यजनक नहीं । परंतु सत्ताधारी शेख हसीना सरकार को चाहिए कि वह इन आंदोलन चलाने वालों के विरुद्ध कार्यवाही कर, इसे कुचल दे ! |