हिन्दू मैतेई समाज को इस सूची में समाहित करने से कुकी समाज द्वारा हो रहा विरोध !
इंफाल (मणिपुर) – मणिपुर के हिन्दू मैतेई समाज को अनुसूचित जाति-जनजाति में समाहित करने के न्यायालय के निर्णय का वहां के ईसाई कुकी समाज द्वारा विरोध किया जा रहा है । इस कारण राज्य में पिछले अनेक माह से हिंसा चालू है । इसमें अब तक १८० से अधिक लोगों की मृत्यु हुई है । अब राज्य की भाजपा सरकार कुकी समाज को ही अनुसूचित जाति-जनजाति सूची से हटाने का विचार कर रही है । केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकार को कुकी समाज को अनुसूचित जाति-जनजाति की सूची से हटाने का विचार करने को कहने के उपरांत राज्य सरकार ने इस संदर्भ में समिति का गठन किया है । इस विषय में राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि, राज्य की अनुसूचित जाति-जनजाति की सूची से कुकी समाज को हटाने के प्रस्ताव पर यह समिति निर्णय देगी ।
A committee is set up to remove the Christian #Kuki community from the #ScheduledTribe (ST) list, in #Manipur
👉 Kuki community had staunchly objected the inclusion of Hindu #Meitei community in the ST list.#Kukis @meiteiheritage pic.twitter.com/GxihNXdIwE
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) January 14, 2024
१. कहा जाता है कि, मूलतः संविधान के अनुसार हिन्दुओं को जाति के आधार पर आरक्षण दिया जाता है । ऐसा होते हुए भी ईसाई कुकियों को आरक्षण कैसे दिया गया, इसकी जांच इस समिति द्वारा की जाएगी ।
२. यदि इस समिति द्वारा कुकी समाज को अनुसूचित जनजाति की सूची से हटाने की अनुशंसा की, तो केंद्र सरकार को इस पर विचार करना पडेगा । केंद्र सरकार द्वारा इसको सम्मति देने के उपरांत ही कुकी समाज को इस सूची से हटाया जाएगा । यदि समिति कुकी समाज को सूची में रखने को कहती है, तो केंद्र सरकार उस पर भी निर्णय देगी ।
३. मणिपुर की जनसंख्या में ५३ प्रतिशत हिन्दू मैतेई समाज एवं ४० प्रतिशत नागा एवं कुकी समाज है ।