Hajimalang Dargah: (और इनकी सुनिए…) ‘मुख्यमंत्री के लिए सभी धर्म समान होने चाहिएं !’ – सांसद असदुद्दीन ओवैसी

मुंबई (महाराष्ट्र) – महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हाजीमलंग दर्गाह को हटाने की बात कर रहे हैं । कोई मुख्यमंत्री कैसे इस प्रकार का वक्तव्य दे सकते हैं ? वे महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री हैं । उनकी दृष्टि में सभी धर्म समान होने चाहिएं । हिन्दू, मुसलमान, ईसाई अथवा बौद्ध ये सभी उनके लिए समान होने चाहिएं । मुख्यमंत्री होते हुए भी वे ऐसे अर्थहीन वक्तव्य क्यों देते हैं ?, ऐसा अवसरवादी वक्तव्य ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एम्.आई.एम्. आई.) दल के प्रमुख सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिया ।

श्री मच्छिंद्रनाथजी का समाधीस्थल मलंगगढ

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे २ जनवरी को ठाणे जिले के कल्याण में स्थित श्री मच्छिंद्रनाथजी के समाधीस्थल मलंगगढ में अखंड हरिनाम सप्ताह में उपस्थित थे । उस समय उन्होंने ‘हम मलंगगढ को मुक्त किए बिना नहीं रहेंगे’, ऐसा वक्तव्य दिया था । इस पर ओवैसी ने उक्त शब्दों में अपनी जलन प्रकट की । वक्फ बोर्ड ने मलंगगढ पर अपने स्वामित्व का दावा किया है ।

असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा, ‘‘भाजपा के समर्थन के कारण मुख्यमंत्री बने एकनाथ शिंदे हाजीमलंग दर्गाह को हटानेवाले हैं । २०० से ३०० वर्ष पुरानी दर्गाह के विषय में वे ऐसा वक्तव्य दे रहे हैं । बाबरी ढांचे के प्रकरण में सर्वोच्च न्यायालय के आए निर्णय के उपरांत इन लोगों का आत्मविश्वास बढ गए हैं । उस निर्णय के उफरांत देश में अराजकता फैलाने का प्रयास किया जा रहा है । भडकाऊ वक्तव्य बढ गए हैं । लोगों को उकसाने का प्रयास चल रहा है । मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री निरंतर इस प्रकार से व्यक्तव्य दे रहे हैं । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सभी के सामने इस विषय में अपनी नीति स्पष्ट करनी चाहिए । यह उनका दायित्व है । ’’ (हिन्दुओं को अपनी नीति स्पष्ट करने के लिए कहने से पूर्व ओवैसी वक्फ बोर्ड के माध्यम से हिन्दुओं की भूमि हडपनेवालों से स्पष्टीकरण मांगने का साहस क्यों नहीं दिखाते ? – संपादक)

सभी धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों पर किए गए अतिक्रमण हटाएंगे ! – उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में वक्तव्य देते हुए कहा कि हम सभी धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों पर किए गए अतिक्रमण हटाएंगे । पत्रकारों द्वारा वहां के अवैध निर्माणकार्याें को गिराने के विषय में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने ऐसा कहा ।

संपादकीय भूमिका 

इतने वर्षाेंतक सरकार की ओर से ‘अल्पसंख्यक’ के रूप में विशेष सुविधाएं लेते समय ओवैसी को इस तत्त्व का स्मरण क्यों नहीं हुआ ? ओवैसी के धर्मभाई जब हिन्दू धर्म के विरुद्ध विषवमन करते हैं, हिन्दुओं के धार्मिक स्थलों पर आक्रमण करते हैं, लव जिहाद करते हैं तथा हिन्दुओं का बलपूर्वक धर्मपरिवर्तन करते हैं, उस समय ओवैसी उन्हें इस तत्त्वज्ञान का पाठ क्यों नहीं पढाते ? अपनी सुविधा के अनुसार सर्वधर्मसमभाव का उपयोग करनेवालों के प्रति हिन्दू भलीभांति अवगत हैं !