अयोध्या का श्रीराममंदिर होगा ‘आत्मनिर्भर’ !

अयोध्या (उत्तरप्रदेश) – प्रभु श्रीराम १०० कोटि हिन्दुओं के अर्थात भारत की आत्मा हैं ! २२ जनवरी को होनेवाले श्रीरामलला के प्राणप्रतिष्ठा समरोह का क्षण जैसे-जैसे निकट आ रहा है, वैसे-वैसे करोड़ों हिन्दुओं में उत्साह का संचार बढ़ता दिखाई दे रहा है । इस उत्साह के अनुरूप ही राममंदिर का निर्माण हो रहा है । इस भव्य श्रीराममंदिर के कुल ३९२ आधार स्तंभ हैं । इसकी रक्षा के लिए १४ फुट चौड़ी और ७३२ मीटर लंबी सुदृढ़ दीवार भी बनाई जा रही है । वरिष्ठ नागरिक और अपंग मंदिर में सहजता से प्रवेश कर सकें इसके लिए विशेष सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी । श्रीराममंदिर अनेक प्रकार की सुख-सुविधाओं से सुसज्जित और आत्मनिर्भर रहनेवाला है । श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के महासचिव श्री चंपत राय ने २६ दिसंबर को न्यास के कार्यालय में इस भव्य संकुल की रूपरेखा प्रस्तुत की ।

यह है इस भव्य राममंदिर परिसर की कुछ विशेषताएं !

१. ७० एकड़ क्षेत्रफल के भूखंड पर बनाया जा रहा है श्रीराममंदिर संकुल !

२. ७० एकड़ परिसर की ७० प्रतिशत भूमि पूर्णतया हरित होगी ।

३. प्रतिदिन उपयोग के लिए लगने वाले पानी तथा गंदा पानी निकालने की दृष्टि से तीन विशेष प्रकल्प संकुल परिसर में बनाए जा रहे हैं ।

४. विशेष अग्निशामक व्यवस्था भी बनाई जा रही है । इसी के एक भाग के रूप में भूमि के नीचे पानी का विशाल भंडार बनाया जा रहा है ।