India In UN : आतंकियों को आश्रय देनेवाले देशों पर कार्रवाई करें !

संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज की मांग

संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज

जिनेवा – संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा है कि सीमा के उस पार आतंकवाद एवं हिंसा के कारण भारत की बहुत हानि हुई है । उन्होंने पाकिस्तान एवं चीन के नाम लिए बिना उनकी आलोचना की । (संयुक्त राष्ट्र की सभा में चीन एवं पाकिस्तान के नाम लेने में क्या अडचन है ? यह भारतीयों को समझना चाहिए ! – संपादक) सीमा के उस पार से अवैध हथियारों की तस्करी कर आतंकवादी संगठनों के माध्यम से देश में आतंकवाद फैलाया जाता है । आतंकवादियों को आश्रय देनेवाले ऐसे देशों पर कार्रवाई की जाए, कंबोज ने ऐसा आवाहन भी किया ।

आतंकवादियों को हथियारों की आपूर्ति

कंबोज ने आगे कहा कि आतंकवादी संगठनों द्वारा नियंत्रण में लिए गए हथियारों से उनको कोई तो सहायता कर रहा है, ऐसा स्पष्ट हुआ है । वे अन्य किसी देश की सहायता के बिना इतनी बडी मात्रा में हथियार एकत्रित नहीं कर सकते । कुछ देश आतंकवादियों को सुरक्षित आश्रय दे रहे हैं । इन लोगों ने न केवल गंभीर अपराध किए हैं, अपितु सीमा के उस पार आतंकवादी गतिविधियों को  समर्थन देने के लिए बनावटी एवं राष्ट्र विरोधी मुद्रा, हथियार, मादक (नशीले) पदार्थों आदि की आपूर्ति करना एवं विरोधी देशों की अर्थव्यवस्था को हानि पहुंचाना चालू रखा है । इसलिए, उन्होंने इस परिषद से आतंकवादी तत्वों एवं उनके समर्थकों के प्रति शून्य सहिष्णुता रखने का आग्रह किया है ।

संपादकीय भूमिका 

संयुक्त राष्ट्र में ऐसी मांग करने का कोई परिणाम नहीं होगा । भारत को स्वयं आक्रामक नीति अपनाकर ऐसे लोगों पर कार्रवाई करना आवश्यक !