पुणे (महाराष्ट्र) – नारायणगांव क्षेत्र में अवैध निवास करनेवाले ८ बांग्लादेशी नागरिकों को राज्य आतंकवाद विरोधी दल ने (ए.टी.एस.) १४ दिसंबर को बंदी बनाया । अवैध निवास करने के प्रकरण में ८ बांग्लादेशी नागरिकों के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट किया गया है तथा एटीएस द्वारा उनकी जांच की जा रही है । मेहबुल शेख, राणा मंडल, गफूर शेख, आलमगीर मंडल, शालोम मंडल, अफजल खान, कबीर मुल्ला एवं जमातअली मंडल ऐसे उनके नाम हैं । प्राथमिक जांच में पता चला है कि इन बांग्लादेशी नागरिकों ने बनावटी कागद-पत्र (दस्तावेजों) के आधार पर भारत में घुसपैठ की थी । (बांग्लादेशी घुसपैठियों को आधारकार्ड, राशनकार्ड आदि कागद-पत्र (दस्तावेज) अपनी ही भ्रष्ट व्यवस्था के लोग उपलब्ध करवाते हैं, सुरक्षा की दृष्टि से यह बहुत गंभीर है । इसके साथ ही घुसपैठिए झूठे कागद-पत्र (दस्तावेज) बनवा लेते हैं, पुलिस अथवा प्रशासन को उसका पता भी नहीं चलता, यह संतापजनक है ! – संपादक) ये घुसपैठिए नारायणगांव क्षेत्र में श्रमिक रह चुके हैं, जांच में ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है ।
बांग्लादेशी घुसपैठियों की बढती संख्या एवं आतंकी गतिविधियों के कारण सामान्य नागरिकों के लिए असुरक्षित हुआ पुणे !
एक सप्ताह पूर्व राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) एवं एटीएस ने पुणे एवं ठाणे क्षेत्र में आईएसआईएस की आतंकवादी विचारधारा का प्रसार करनेवाले १५ लोगों को नियंत्रण में लिया था । इस प्रकरण में कोंढवा के दो लोगों की जांच की गई थी । ३ माह पूर्व पुणे पुलिस ने बुधवार पेठ (बाजार) में देह व्यापार में लिप्त गुट पर कार्रवाई कर बांग्लादेशी महिलाओं के साथ उनके सहयोगियों को नियंत्रण में लिया था । अवैध निवास करने के प्रकरण में उनके विरुद्ध अपराध प्रविष्ट किए गए हैं ।
संपादकीय भूमिकाभारत के अपराधियों में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या लाखों में होगी ! सरकार उन्हें शीघ्रातिशीघ्र ढूंढकर देश से बाहर निकाले ! |