‘खालिस्तान लिबरेशन फोर्स’ का था प्रमुख और जर्नेलसिंह भिंद्रनवाले का था भतीजा
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – भारत में प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकवादी संगठन ‘खालिस्तान लिबरेशन फोर्स’ और ‘इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन’ का प्रमुख आतंकवादी लखबीर सिंह रोडे (आयु ७२ वर्ष) की पाकिस्तान में मृत्यु हो गई । २ दिसंबर के दिन दिल का दौरा पडने से उसकी मृत्यु हुई । रोडे खालिस्तानी आतंकवादी जर्नेलसिंह भिंद्रनवाले का भतीजा था । अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे ने उसकी मृत्यु की पुष्टि की है । ४ दिसंबर के दिन पंजाब के मोगा में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने रोडे की सवा पांच एकड भूमि जब्त की थी ।
१. भारत सरकार द्वारा लखबीर सिंह रोडे को आतंकवादी घोषित किए जाने के उपरांत वह पाकिस्तान भाग गया था । वर्ष २०२१ में पंजाब के लुधियाना न्यायालय में हुए विस्फोट में रोडे का नाम भी सामने आया था । वर्ष १९८५ में एयर इंडिया के कनिष्क विमान में हुए बम विस्फोट में रोडे को आरोपी बताया गया था ।
२. रोडे पंजाब में ‘स्लीपर सेल’ (आतंकवादियों को सहायता करने वाले स्थानीय समूह) बनाता था । उसने अमृतसर सीमा से ग्रेनेड और बम भी भेजे थे । रोडे को पाकिस्तानी गुप्तचर संस्था आई.एस.आई. सहायता करती थी । आतंकवादी रिंदा भी रोडे के संपर्क में था ।
३. इस स्लीपर सेल में १५० से अधिक सदस्य हैं । स्लीपर सेल के सदस्य एक दूसरे को नहीं पहचानते । स्लीपर सेल के सदस्यों का मोबाइल नंबर भी किसी के पास नहीं रहता । जब पाकिस्तान से पंजाब में हथियार भेजे जाते हैं, तब एक अथवा दो स्लीपर सेल सदस्यों को यह पता होता है ।