बांगलादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की सहायता करनेवाले ४७ लोगों को देशभर से बनाया बंदी !

नई देहली – मानवी तस्करी के प्रकरण में राष्ट्रीय अन्वेषण यंत्रणा द्वारा देशभर के ८ राज्य और २ केंद्रशासित प्रदेश में ५५ स्थानों पर छापा मारकर ४७ लोगों को बंदी बनाया है । भारत में रोहिंग्या मुसलमानों को घुसाकर देश में बसाने में सम्मिलित लोगों को बंदी बनाया गया है । इसमें त्रिपुरा से २१, कर्नाटक से १०, असम से ५, बंगाल से ३, तमिलनाडु से २ और हरियाणा, तेलंगाना और पुद्दुचेरी से १-१ को बंदी बनाया गया है । इसके अतिरिक्त राजस्थान और जम्मू-कश्मीर से भी कुछ लोगों को बंदी बनाया गया है । इस वर्ष फरवरी में असम पुलिस ने रेलवे से प्रवास करनेवाले कुछ लोगों की छानबीन करने पर जानकारी मिली कि वे बांगलादेशी घुसपैठिए हैं । इसके उपरांत पुलिस ने अपराध प्रविष्ट कर अन्वेषण आरंभ किया था । इस छानबीन पर स्वयं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ध्यान दे रहे थे ।

१. राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) के छापे में बनावट आधार कार्ड और पैन कार्ड सहित अनेक कागदपत्र जप्त कर लिए गए हैं । इसके अतिरिक्त २० लाख रुपये और ४ सहस्र ५५० अमेरिकी डॉलर (अनुमान से ३ लाख ७८ सहस्र रुपये) जप्त कर लिए गए हैं ।

२. असम के विशेष पुलिस महासंचालक हरमित सिंह ने कहा कि सीमा सुरक्षा दल की सहायता से बांगलादेश के ४५० घुसपैठिए और रोहिंग्या मुसलमानों को देश में घुसपैठ करने से रोककर उन्हें पुन: भेज दिया गया है ।

संपादकीय भूमिका 

ऐसे देशद्रोहियों को फांसी का ही दंड होने हेतु सरकार को कानून बनाना चाहिए !