पाटलिपुत्र (बिहार) – मैं क्षमा चाहता हूँ। मैं अपने शब्द वापस लेता हूं। यदि मैंने जो कहा वह अभद्र था या उससे किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं क्षमा चाहता हूं। यदि कोई मेरे वक्तव्य की आलोचना करता है तो मैं क्षमा मांगता हूं।’ मैं स्वयं की निंदा करता हूं। इतने पर भी यदि कोई मेरी आलोचना करता है तो मैं उसका अभिनंदन करता हूं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण पर दिए गए अभद्र आपत्तिजनक वक्तव्य पर क्षमा मांगी है। नीतीश कुमार ने विधानसभा के अंदर और बाहर भी हाथ जोडकर क्षमा याचना की । नीतीश कुमार ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए शिक्षा अति आवश्यक है। मेरा उद्देश्य केवल शिक्षा के उपरांत जनसंख्या वृद्धि में आये बदलाव को समझाना था।
जब नीतीश कुमार विधानसभा में क्षमायाचना कर रहे थे तभी भाजपा विधायकों ने हंगामा प्रारंभ कर दिया। उन्होंने सभागार में कुर्सियां उठाई। हंगामे के फलस्वरूप मध्यान्ह दो बजे तक कार्य निष्पादन नहीं हो सका ।
#WATCH | Bihar CM Nitish Kumar says, "I apologise & I take back my words…" pic.twitter.com/wRIB1KAI8O
— ANI (@ANI) November 8, 2023
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ७ नवंबर को बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में प्रस्तुत जाति-आर्थिक सर्वेक्षण प्रतिवेदन पर चर्चा के उपरांत उत्तर दे रहे थे । उनका तर्क था कि यदि महिलाएं जब शिक्षित होंगी तब प्रजनन दर घटेगी । इस अवसर पर नीतीश कुमार ने पति-पत्नी के बीच शारीरिक संबंधों को लेकर बयान दिया। इससे नीतीश कुमार यह कहना चाहते थे कि शिक्षित पत्नी गर्भधारण को टाल सकती है , इसी के परिणामस्वरूप, जन्म दर में कमी आई है; किन्तु उनके शब्द अभद्र थे । इससे उनके वक्तव्य की तीव्र आलोचना हुई। नीतीश कुमार के वक्तव्य पर भाजपा की महिला विधान परिषद सदस्य निवेदिता सिंह रोने लगीं। उन्होंने कहा कि आज हम अत्यंत लज्जित अनुभव कर रही हैं।
क्षमायाचना कोई समाधान नहीं है ! – राष्ट्रीय महिला आयोग
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार ने विधानसभा में जिस तरह अभद्र वक्तव्य दिया है, वह निक्रिष्ट स्तर के ‘सी वर्ग ‘ के संवाद जैसा लग रहा है। उन्होंने ये वक्तव्य सभा में उपस्थित सभी शालीन महिलाओं और पुरुषों के समक्ष दिया एवं सबसे त्याज्य तत्व ये था कि वहां बैठे लोग हंस रहे थे। उन्होंने आज क्षमायाचना की है, किन्तु मात्र क्षमा मांगना कोई समाधान नहीं है। विधानसभा अध्यक्ष को उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने क्षमा की याचना की है, किन्तु उन्होंने पूरे बिहार को लज्जित कर दिया है। उनका इस प्रकार के अभद्र वक्तव्य देने का साहस कैसे हुआ ? उन्हें न मात्र क्षमा याचना ही नहीं करनी चाहिए बल्कि सभी महिलाओं के समक्ष नतमस्तक हो, हाथ जोडकर खडा होना चाहिए।