हिन्दी सिनेमा में स्त्री के गुण की अपेक्षा उसके शरीर को अधिक महत्व दिया जाता है ! – अभिनेत्री पायल घोष 

अभिनेत्री पायल घोष

मुंबई – अभिनेत्री पायल घोष ने सामाजिक माध्यम पर एक पोस्ट प्रसारित की है । जिसमें हिन्दी सिनेमा पर टिप्पणी करते हुए दक्षिण भारतीय सिनेमा की प्रशंसा की है । पायल घोष ने पोस्ट में कहा है कि, धन्यवाद भगवान, मुझे दक्षिण सिनेमा में पदार्पण करने दिया । यदि मैंने हिन्दी सिनेमा द्वारा पदार्पण किया होता, तो उसके पहले ही मेरे कपडे उतारे गए होते; कारण यहां गुणों की अपेक्षा स्त्री के शरीर को अधिक महत्व दिया जाता है । ‘अभी यह पोस्ट सामाजिक माध्यमों पर बडी मात्रा में प्रसारित हो रही है ।’

संपादकीय भूमिका 

हिन्दी सिनेमा की यह वास्तविकता आज विश्व को पता है । ऐसा सिनेमा जगत समाज में कभी नैतिकता निर्माण करने के लिए सिनेमा के माध्यम से प्रबोधन करेगा क्या ?