साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकूर स्वयंपर हुए अत्याचारों का कथन करते समय हुई भावुक !

  • मालेगाव बमविस्फोट प्रकरण में भोपाल न्यायालय में हो रही है सुनवाई !

  • न्यायाधीश ने १० मिनटों के लिए रोक दी सुनवाई !

भोपाल – यहां की भाजपा विधायक साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकूर ३ अक्टूबर को हुई मालेगांव विस्फोट प्रकरण की सुनवाई के समय भावुक हुईं । सुनवाई के समय वे उनपर हुए अत्याचारों की जानकारी दे रही थी । उन्हें भावुक होते हुए देखकर न्यायाधीश लाहोटी ने १० मिनट सुनवाई रोक दी । साध्वी के स्थिर होनेपर उन्होंने सुनवाई पुन: आरंभ की ।

न्यायालय में साध्वी से ६० प्रश्न पूछे गए । साध्वी प्रज्ञासिंह को जब बमविस्फोट में मृतकों तथा घायल लोगों को पहुंची क्षति के बारे में पूछा गया, तब वे भावुक हुईं । उन्हेंने कहा कि बंदी बनाए जानेपर मुझे सतत गालीगलौच की जाती थी । पुरुष बंदीवानों के साथ रखकर अश्लील वीडियो देखने के लिए मुझे विवश किया जाता था । मुझे पीटने के लिए ५-६ पुलिसकर्मी रखे जाते थे । उनके थक जानेपर अन्य पुलिसकर्मी आकर मेरी पीटाई करते थे ।

महाराष्ट्र के मालेगांव में २९ सितंबर २००८ को हुए बमविस्फोट में ९ लोगों की मृत्यु हुई थी । १०० से अधिक लोग घायल हुए थे । बमविस्फोट में साध्वी प्रज्ञासिंह और कर्नल प्रसाद पुरोहित के साथ अन्य कुछ हिंदुत्वनिष्ठों को आरोपी बताकर फंसाया गया था । राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण द्वारा प्रस्तुत वर्ष २०१६ के आरोपपत्र में साध्वी पर कोई आरोप नहीं लगाए गए थे । इसलिए उन्हें प्रतिभूति (जमानत) मिल गई ।

संपादकीय भूमिका

वर्तमान में हिन्दू साधु-संतों पर हुए आत्यंतिक अत्याचारों का धधकता उदाहरण है, साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकूर ! हिन्दूद्वेषी कांग्रेस ही इन अत्याचारों की सूत्रधार है, अतः हिन्दू उसे कभी भूल नहीं सकते तथा क्षमा भी नहीं कर सकते !