(और इनकी सुनिए…) ‘भारत शांत रहे तथा इस पर अधिक बोलना टाले !’ – चीन

चीन के नए मानचित्र के (नक्शा) विरोध पर उद्दंड चीन ने दिया भारत को सुझाव  !

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन

नई देहली – कुछ दिन पूर्व ही प्रसारित हुए उनके नए मानचित्र में अक्साई चीन तथा अरुणाचल प्रदेश उनके कक्ष में हैं, यह प्रस्तुत करने के पश्चात भारत ने उसका विरोध प्रदर्शित किया । भारत के विदेश मंत्री ने कहा कि यह तो चीन की पुरानी आदत है । उसके दावे का कोई अर्थ नहीं है । इस पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि यह साधारण प्रक्रिया है कि हम अपने ही मानचित्र के वर्ष २०२३ का संस्करण प्रसारित करें । चीन की सार्वभौमिकता तथा अखंडता ध्यान में रखते हुए यह मानचित्र प्रसारित किया गया है । कानूनी तौर पर यह भाग हमारा है । हमें आशा है कि संबंधित दल (भारत) इस विषय पर शांत रहकर बोलना टालेगा ।

संपादकीय भूमिका 

भारत को क्या करना चाहिए तथा क्या नहीं ?, चीन को यह बताने की आवश्यकता नहीं है ! इससे ध्यान में आता है कि ऐसे उद्दंड चीन को केवल शब्दों की भाषा समझ में नहीं आएगी  !