सेना के इस पडाव से भारतीय सेना का बंगाल की खाडी स्थित पडाव १ हजार २०० किलोमीटर दूर
नामपेन्ह – चीन कंबोडिया में नौसेना का पडाव बना रहा है तथा उसका निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है । उपग्रह द्वारा इस पडाव के छायाचित्र खींचे गए हैं । उसके अनुसार वहां बडी मात्रा में आवश्यक सुविधाओं का निर्माण किया जा रहा है तथा वहां नौसैनिकों की निवास व्यवस्था, नौसेना का भव्य कार्यालय, नौसेना के लडाकू जहाज खडे करने के लिए बंदरगाह का निर्माण आदि का समावेश है । चीन ने कंबोडिया को बडी मात्रा में ऋण दिया है; परंतु यह ऋण चुकाना कंबोडिया के लिए संभव न होने के कारण उसने वर्ष २०१७ में नौसेना का पडाव चीन को सौंप दिया । (नेपाल, पाकिस्तान एवं श्रीलंका आदि देशों को भी चीन ने बडी मात्रा में ऋण दिया था । वह न चुका पाने के कारण वे देश चीन के गुलाम बन गए । कंबोडिया के संबंध में भी वही हुआ है । – संपादक) तत्पश्चात चीन ने वहां बडी मात्रा में निर्माण कार्य प्रारंभ किया ।
कंबोडिया में चीन का नेवल बेस बनकर तैयार, अंडमान से सिर्फ 1200 किलोमीटर दूर पहुंचा ड्रैगन, कितना बड़ा खतरा? #china #indiachina #cambodia #xijinping #indiannavy #navy #चीन #भारत #कंबोडिया #शीजिनपिंग https://t.co/0MtOFnsXT7
— Oneindia Hindi (@oneindiaHindi) July 30, 2023
१. नौसेना का यह पडाव बंगाल की खाडी में स्थित भारतीय सेना के पडाव से १ हजार २०० किलोमीटर दूर होने के कारण संकट बढने की संभावना है । (चीन भारतीय सेना के पडाव से १ हजार २०० किलोमीटर की दूरी पर नौसेना का पडाव बना रहा है, क्या इसकी जानकारी भारतीय गुप्तचर तंत्रों को मिली थी ?, यह भारतीयों को समझना चाहिए ! – संपादक)
२. अंग्रेज सुरक्षा विशेषज्ञ चैथम हाऊस की जानकारी के अनुसार ४ वर्ष पूर्व अमेरिकी गुप्तचर संस्था को नौसेना के इस पडाव के संबंध में प्रथम जानकारी मिली । तत्पश्चात अनेक देशों की गुप्तचर संस्थाओं ने नौसेना के इस पडाव के संबंध में जानकारी प्राप्त करना प्रारंभ किया ।
३. इस कारण चीनी सैनिकों को दक्षिण पूर्व एशिया के विवादित समुद्री क्षेत्र तक पहुंचने में सहायता मिलनेवाली है ।
संपादकीय भूमिकाचीन की बढती कुरापातों को प्रत्युत्तर देने के लिए भारत ने युद्धसज्ज रहना आवश्यक है ! |