विद्याधिराज सभागृह, १९ जून – ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ के चौथे दिन ‘हिन्दू जागरण मंच’ की प्रांत सहसंयोजक सौ. ज्योती शर्मा ने हिन्दुत्वनिष्ठों को संबोधित करते हुए कहा, ‘किसी भी राज्य में नहीं हो रहा, इतने हिन्दुओं का धर्मांतरण छत्तीसगड में हो रहा है । इसमें पिछले ४ वर्षों में प्रचंड वृद्धि हुई है । ईसाई धर्मप्रचारक धन तथा राशन का प्रलोभन देकर महिलाओं का बडे प्रमाण में धर्मांतरण कर रहे हैं । ऐसे धर्मातरितों का हिन्दू धर्म में ‘घरवापसी’ (हिन्दू धर्म में पुनर्प्रवेश) होना आवश्यक है ।
‘छत्तीसगड में धर्मांतरण की ‘मोडस ऑपरेंडी’ (व्यक्ति अथवा समूह की कार्य करने की विशिष्ट पद्धति) विषय पर बोलते हुए सौ. शर्मा ने बताया, ‘‘प्रत्येक घर में कुछ न कुछ अडचन होती है । इन अडचनों का ईसाई धर्मप्रचारक अपलाभ उठाते हैं । वह धर्मांतरण करने के लिए हिन्दू महिलाओं को आर्थिक लाभ, तो बच्चों को शिक्षा तथा नौकरी का प्रलोभन देते हैं । उसके लिए उन्हें समीप के चर्च में बुलाते हैं । घर के पुरुष जब काम पर जाते हैं, तब यह महिलाएं दोपहर के समय चर्च में जाती हैं । वहां जाने के उपरांत ‘आपके भगवान अच्छे नहीं हैं’, ऐसा बताया जाता है । उनके बताए अनुसार हिन्दू महिला देवपूजा करना तथा तुलसीपूजा करना रोक देती हैं । दूसरे रविवार से पीडित महिलाओं को धन तथा राशन मिलना आरंभ होता है । उनका पूर्ण धर्मांतरण होने के उपरांत ६ मास में ऐसी महिलाओं को संपत्ति का १० वां भाग दान करने के लिए बताया जाता है । जिनके पास धन नहीं है, उन्हें पाद्रियों को राशन देने के लिए कहा जाता है । जिससे घर में झगडे आरंभ होते हैं । ऐसे धर्मांतरित हुए हिन्दुओं की घरवापसी करने का हम प्रयास कर रहे हैं । धर्मांतरण करने का प्रमाण होने पर, धर्मांतरण करनेवाले ईसाई धर्मप्रचारकों पर अपराध दर्ज किया जाता है ।’’