गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) – उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में धर्मांतरण का एक और प्रकरण सामने आया है । यहां जैन परिवार से १७ वर्षीय आयु के लडके का ‘ऑनलाईन गेमिंग एप’ द्वारा बुद्धिभेद किया गया । तदनंतर वह लडका ५ बार नमाज पढने के लिए मस्जिद जाने लगा । परिजनों को यह जानकारी मिलते ही लडके ने स्वीकार किया कि जाकीर नाईक के प्रभाव में आकर धर्मांतरण किया । पीडित लडके के पिताजी ने गाजियाबाद के कविनगर पुलिस थाने में परिवाद प्रविष्ट किया है ।
ऑनलाइन गेम्स से ब्रेनवॉश, नमाज पढ़ने मस्जिद जाने लगा 17 साल का जैन लड़का: पीड़ित पिता ने करवाई FIR, जाकिर नाईक से प्रभावित हो बना मुस्लिम#UttarPradesh https://t.co/RhYvJPhrhP
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) May 31, 2023
एक वृत्तसंस्था के दिए विवरण के अनुसार, पीडित लडके का परिवार गाजियाबाद के राजनगर में रहता है । पीडित लडका व्यायामशाला (जिम) जाने के बहाने प्रतिदिन ५ बार घर से बाहर जाता था । पिताजी को संदेह हुआ । इसलिए उन्होंने लडके का पीछा किया । तब उन्होंने देखा कि वह प्रत्येक समय मस्जिद में जाकर नमाजपठन करता था । इस पर उन्होंने अपने बेटे से चर्चा की । तब ध्यान में आया कि उसने इस्लाम धर्म को स्वीकार किया है ।
पिताजी ने बेटे के सचल दूरभाष (मोबाईल) एवं लैपटॉप की जांच की तब उन्हें इस्लाम से संबंधित बहुत सामग्री मिली । उस समय उन्हें पता चला कि एक ‘ऑनलाईन गेमिंग एप’ के माध्यम से बेटे की मित्रता बद्दो नामक व्यक्ति से हुई । पीडित लडके ने बद्दो से संगणकीय सामग्री क्रय की थी । तब से उनकी दोस्ती बढती गई । पीडित लडका बद्दो से सचल दूरभाष (मोबाईल) पर घंटों बात करते रहता था । उसके मोबाईल पर अनेक संदिग्ध क्रमांक भी मिले हैं । पिताजी ने भय व्यक्त किया है ‘मेरा बेटा अल्पायु है तथा उसका बुद्धिभेद किया गया है । इसलिए अब वह घर छोडकर मस्जिद के इमाम के साथ रहने को कह रहा है । इतना ही नहीं, अपितु बेटा देश विरोधी कार्रवाई करने में भी सहभागी हो सकता है ।’
इस संपूर्ण प्रकरण में कविनगर के पुलिस अधीक्षक अभिषेक श्रीवास्तव ने कहा कि पीडित लडके के पिताजी के परिवाद के आधार पर संजयनगर की मस्जिद के इमाम एवं मुंबई निवासी बद्दो दोनों के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट किए गए हैं । इस प्रकरण का अन्वेषण कर आगे की कार्रवाई की जा रही है ।
संपादकीय भूमिकाभिन्न भिन्न मार्ग ढूंढकर धर्मांतरण करनेवाले जिहादियों का षड्यंत्र जानें ! ऐसे प्रकरण रोकने के लिए कडा धर्मांतरण-प्रतिबंध कानून होना चाहिए ! |