सेना की गोपनीय जानकारी बेचने के प्रकरण में पत्रकार एवं भूतपूर्व कमांडर को बनाया बंदी !

नई देहली – सेना की गोपनीय जानकारी, इसके साथ ही ‘डिफेन्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनायजेशन’ (डी.आर्.डी.ओ.शी) से संबंधित जानकारी उजागर करने के प्रकरण में केेंद्रीय अन्वेेषण विभाग ने (सी.बी.आइ.ने) मुक्त पत्रकार विवेक रघुवंशी एवं नौदल का भूतपूर्व कमांडर आशीष पाठक को बंदी बनाया है । इन दोनों को अधिकृत गुप्त कानून के (‘ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट’के) अंतर्गत बंदी बनाया गया है । कहा जा रहा है कि उनके द्वारा उजागर की हुई गोपनीय जानकारी के कारण भारत का कुछ देशों के साथ आपसी संबंधों पर परिणाम हो सकता है । गोपनीय जानकारी उजागर होने के प्रकरण में सीबीआइ ने दिसंबर २०२२ में परिवाद प्रविष्ट किया था । रघुवंशी पर डी.आर्.डी.ओ. द्वारा शुरू प्रकल्प, भविष्य में भारत द्वारा अन्य देशों से खरीदे जानेवाले शस्त्रास्त्र, मित्रराष्ट्रों के साथ कू‌टनीतिज्ञ चर्चा आदि की संवेदनशील जानकारी एकत्र करना और उसे अन्य देशों को देने का आरोप है । आरोप है कि रघुवंशी ने यह जानकारी अमेरिका के एक जालस्थल को भी दी है ।

१६ मई को सीबीआइ ने विवेक रघुवंशी एवं उनसे संबंधित निकटतम लोगों के घर देहली, उत्तरप्रदेश, हरियाणा एवं जयपुर में १२ स्थानों पर छापे डाले थे ।

संपादकीय भूमिका 

ऐसे देशद्रोहियों का फांसी का ही दंड देना चाहिए !